भारत रत्न और पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर आज पहली बार संसद भवन में भाषण देने वाले थे, लेकिन संसद की कार्यवाही 22 दिसंबर को 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। उन्हें राज्य सभा में सचिन ‘राइट टू प्ले’ पर बोलना था, लेकिन वह भाषण की शुरुआत करते इससे पहले ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष लगातार मनमोहन सिंह के मुद्दे पर हंगामा कर रहा है।
हंगामे के बीच राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने लगातार विपक्ष से अपील की, जो व्यक्ति बोल रहा है वह भारत रत्न है। इसे पूरा देश देख रहा है। कृपया शांत हो जाइए। आपके चिल्लाने से कुछ होगा नहीं, लेकिन विपक्ष नहीं माना। अंत में कार्यवाही 1 दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। सचिन वाइफ अंजलि के साथ राज्य सभा पहुंचे थे।
सचिन को राज्य सभा में 2012 में सांसद मनोनीत किया गया था। उसके बाद से 348 दिनों की कार्यवाही में वह 23 दिनों तक सदन में रहे हैं। उनके और बॉलिवुड ऐक्ट्रेस रेखा की गैरमौजूदगी पर लगातार सवाल उठते रहे। रेखा की सदन में मौजूदगी सचिन से भी कम है 18 दिन है।
100 इंटरनैशनल सेंचुरी का वर्ल्ड रेकॉर्ड अपने नाम रखने वाले सचिन को देश में खेल और खिलाड़ियों को लेकर व्यवस्था, ओलिंपिक की तैयारियों और किस तरह भारतीय खिलाड़ी दुनियाभर में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं, सहित कई मुद्दों पर बोलना था। सचिन ने राज्य सभा सांसद के तौर पर हाल ही में महाराष्ट्र के गांव दोंजा को गोद लिया है। उन्होंने हाल ही में इस गांव का दौरा भी किया था और गांव को सांसद निधि कोष से 4 करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की थी। आदर्श सांसद ग्राम योजना के तहत यह सचिन का दूसरा गांव था।