भारतीय समाचार,
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डॉनल्ड ट्रंप का पक्ष लेने वालीं फर्जी खबरें फैलाने के लिए फेसबुक की कड़ी आलोचना की है। ओबामा के सख्त रुख के बाद एक बार फिर से सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों को सर्कुलेट करने का आरोप लगा है। बराक ओबामा का बयान ऐसे समय में आया है जब फेसबुक प्लेटफार्म पर गलत जानकारियां करोडो लोगों को साझा किये जाने से फेसबुक की कड़ी आलोचना की जा रही है ।
‘द वर्ज’ ने ओबामा के हवाले से लिखा है, ‘इस दौर में पहले से बहुत सारी गलत जानकारियां फैली हुई हैं। ये गलत जानकारियां इस तरह पैकेज की गई हैं कि फेसबुक पेज पर देखें या टीवी ऑन करें तो आप फर्क पता नहीं कर सकते।’ ओबामा ने आगे कहा, ‘अगर सब कुछ एक जैसा ही नजर आए और उसमें फर्क न दिखे तो हमें पता नहीं होगा कि करना क्या है।’ दरअसल बज फीड ने पाया था कि अमेरिका के इलेक्शन कैंपेन के दौरान फेसबुक पर फर्जी स्टोरीज़ का प्रदर्शन पारंपरिक मीडिया साइट्स द्वारा प्रकाशित सही स्टोरीज़ से कहीं अच्छा रहा था। इसके बाद आलोचकों ने फेसबुक को अमेरिकी चुनाव को डॉनल्ड ट्रंप के पक्ष में राजनीतिक विषयों पर फर्जी खबरें चलाने के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने इन आरोपों को गलत बताते हुए कहा है कि फर्जी खबरें फैलाने में फेसबुक की कोई भूमिका नहीं है और ऐसा सोचना भी मूर्खतापूर्ण है।मुझे नहीं लगता की इस तरह की खबर से चुनाव पर कोई असर पड़ा है। हालाँकि फेसबुक ने आलोचनाओं के बाद फर्जी खबरें पोस्ट करने वाली साइट्स को ब्लॉक करने का फैसला लिया है। एक रिसर्च के मुताबिक अमेरिका में लगभग ४४फीसदी से ज्यादा लोग फेसबुक पोस्ट का इस्तेमाल प्रारंभिक जानकारी के सोर्स के रूप मे करतें हैं। इसके पहले मार्क जुकरबर्ग की तरफ से कहा गया था कि फेसबुक का उद्द्देश्य लोगों को मीनिंगफुल कंटेंट उपलब्ध कराना है साथ ही लोग सटीक और सही जानकारी भी चाहतें हैं|