मुजफ्फरनगर के खतौली गांव तिगाई के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में छात्राओं के कपड़े उतरवाने का मामला सामने आया है है। इस हरकत का पता चलते ही अभिभावक भी स्कूल पहुंचने लगे। अभिभावकों को देखकर छात्राओं ने कहा कि हमें यहां नहीं पढ़ना है। जिसके बाद नाराज अभिभावकों का वार्डन को गुस्सा झेलना पड़ा और लगभग 35 छात्राओं को उनके अभिभावक अपने साथ घर लेकर चले गए।
दरअसल तिगाई के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में अधिकांश गरीब एवं मजदूर परिवारों की बेटियां शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। बीते २९ मार्च को अभिभावकों ने वार्डन द्वारा छात्राओं के कपड़े उतरवाने का विरोध करते हुए हंगामा किया था।
बताया जा रहा है कि कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में छात्राएं पढाई के साथ-साथ यहां रहती भी है। दो दिन पहले विद्यालय की वार्डन ने दीवार पर कुछ खून के धब्बे देखे तो उन्होने छात्राओं से कारण पूछा। जिसके बाद वार्डन ने सभी छात्राओं के कपड़े उतरवाकर चेक किया।
सूत्रों के मुताविक वार्डन ने करीब 30 छात्राओं के कपड़े उतरवाकर उनके गुप्तांगों को चेक किया। वार्डन के इस कार्य से भयभीत बालिकाओं ने अपने अभिभावकों को सूचना दी। जिसके बाद आनन-फानन में पहुंचे गुस्साए अभिभावकों ने वहां जमकर हंगामा किया। साथ ही छात्राओं का कहना था कि उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। बड़ी मैडम उनको मारती-पीटती भी हैं। छात्राओं का यह भी कहना था कि मैडम को जेल की सजा मिलनी चाहिए।