कोरोना वायरस (Coronavirus) से जुड़ी एक बुरी कड़ी धारावी में सामने आई है. शुक्रवार को बीएमसी अधिकारियों (BMC Officers) ने बताया कि धारावी में पांच ऐसे लोगों की मौत हो गई, जिन्हें कोरोना वायरस संक्रमण से उबरने के बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया था. इन पीड़ितों ने हॉस्पिटल में अपना 14 दिनों का क्वारंटीन (Quarantine) का समय एक महीने पहले पूरा कर लिया था.
धारावी (Dharavi), मुंबई का एक झुग्गी बस्ती इलाका है, जो कोरोना वायरस से बुरी तरह जूझ रहा है. यहां अब तक 808 कोरोना वायरस (Coronavirus) पॉजिटिव मामले पाए जा चुके हैं. शुक्रवार को यहां पर कोरोना वायरस से पीड़ित 25 नए मामले सामने आए थे, जो अब 26 हो गए हैं. बीएमसी अधिकारियों ने इस संभावना के बारे में कुछ भी कहने से इनकार किया है कि इन मौतों की वजह लोगों को दोबारा हुआ संक्रमण था.
ऐसे दो सही हो चुके मरीजों के परिवार को इन मरीजों के गुजरने के बाद प्राइवेट डॉक्टरों की ओर से मृत्यु प्रमाणपत्र दिया गया है, जिसमें COVID-19 को मौत की वजह बताया गया है. एक अधिकारी ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि जिन लोगों को डिस्चार्ज किया गया था उन पर लगातार नजर रखी जा रही थी.”
सही हो चुके मरीजों में फिर से इंफेक्शन के बारे में दक्षिण कोरिया (South Korea) और चीन में अध्ययन हो रहे थे और न्यूयॉर्क (New York) में हुए एक ऐसे अध्ययन में पता चला है कि कुछ मरीजों को सही होने के बाद भी बीमारी की वापसी के चलते फिर से हॉस्पिटल में भर्ती कराए जाने की जरूरत पड़ती है.अधिकारियों ने यह भी कहा है कि वे यह पता करने का प्रयास कर रहे हैं कि मौतों के बाद शवों के दाह संस्कार से पहले उन्हें विशेष प्लास्टिक शीट में लपेटे जाने आदि से जुड़े विशेष प्रोटोकॉल का पालन किया गया था या नहीं.
एक केंद्रीय टीम ने BMC को इन लोगों के संपर्क में आए अत्यधिक खतरे वाले लोगों की पहचान कर उन्हें अलग क्वारंटाइन में रखने को सुनिश्चित करने को कहा है.