बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने रविवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में उनकी पूर्व पार्टी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस वर्ष 2018 के पंचायत चुनाव में जंगल महल क्षेत्र की दो जिला परिषदों पर जबरन काबिज हो गई थी और उन्होंने ‘वोटों की लूट’ देखी थी.
दिसंबर में तृणमूल छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए अधिकारी ने तृणमूल नेताओं पर राज्य व केंद्र सरकारों की योजनाओं के लिए जारी धनराशि हड़पने का आरोप लगाया. इन आरोपों का खंडन करते हुए वरिष्ठ तृणमूल नेता तापस राय ने दावा किया कि जो नेता बीजेपी में जुड़ते हैं वे नई पार्टी में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए बेबुनियाद आरोप लगाते हैं.
अधिकारी ने झारग्राम में बीजेपी की एक बैठक में आरोप लगाया, ‘‘आप जानते हैं कि यहां 2018 के पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने कैसे वोट लूटे थे? कैसे उसने दो जिला परिषदों पर काबिज होने के लिए जनादेश व सच्चे नतीजे को पलट दिया था. मैं लोगों से वादा करता हूं कि हम फिर ऐसा नहीं होने देंगे.’’
हालांकि उन्होंने किसी जिला परिषद का नाम नहीं लिया. जंगल महल में चार जिला परिषद-पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुरा, पुरूलिया और झारग्राम हैं. अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस को अम्फान तूफान राहत का चोर करार दिया और आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी केंद्रीय योजनाओं का नाम बदल रही है और उसे राज्य योजनाओं के रूप में पेश कर रही है.