कोरोना महामारी से पूरी दुनिया पिछले 2 साल से जूझ रही है. इस दौरान करोड़ों की तादाद में लोग संक्रमित हुए हैं. इसी बीच कोरोना संक्रमण का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि स्पेन की एक हेल्थ वर्कर महज 20 दिन में 2 बार कोरोना संक्रमित हुई. उनका कहना है कि यह संक्रमण होने के बीच का अब तक का सबसे कम अंतर है.
यह 31 साल की महिला मैड्रिड में रहती है. स्पेनिश वैज्ञानिकों का कहना है कि उसे महज 20 दिन के भीतर 2 बार कोरोना संक्रमण हुआ. वह कोरोना के 2 अलग-अलग वेरिएंट से संक्रमित हुई. दिसंबर के अंत में जहां उन्हें डेल्टा वेरिएंट के संक्रमण का सामना करना पड़ा. वहीं, जनवरी में ओमिक्रॉन से संक्रमित हुईं.
वैज्ञानिकों का कहना है कि महिला को पूरी तरह से टीका लगाया गया था. यहां तक कि उसने बूस्टर शॉट भी लिया था. सभी सुरक्षा के बावजूद, महिला पिछले साल 20 दिसंबर को कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाई गईं. हालांकि, उनमें कोई कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई दिए थे. काम पर दोबारा लौटने से पहले उसने खुद को 10 दिनों के लिए आइसोलेट भी किया था.
वहीं, जब पहले कोरोना टेस्ट के बाद महिला ने तबीयत खराब होने पर दोबारा टेस्ट कराया तो वह रिपोर्ट भी पॉजिटिव निकली. शोधकर्ता डॉ. जेम्मा रेसियो ने कहा कि जिन लोगों को COVID-19 संक्रमण हुआ है. वे ये न सोचे कि दोबारा संक्रमित नहीं हो सकते हैं. भले ही उन्हें वैक्सीन की सभी डोज लगाई गई हो.
लंदन के इंपीरियल कॉलेज के एक अध्ययन के अनुसार, ओमिक्रॉन वेरिएंट के दोबारा होने की आशंका डेल्टा वेरिएंट की तुलना में 5.4 गुना अधिक है.
Source: Zee News