नासा (NASA) अंतरिक्ष (Space) से धरती (Earth) पर आने वाले एस्टेरॉयड ( asteroid) को रोकने के लिए मिशन डार्ट को पूरा कर लिया गया है. माना जा रहा है कि यह पूरी तरह से सफल हुआ है. हालांकि, फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी तरह साफ हो पाएगा कि स्पेसक्राफ्ट, एस्टेरॉइडस से टकराया या नहीं. दरअसल, इससे यह साफ हो सकेगा कि भविष्य में धरती की ओर आने वाले एस्टेरॉइडस को अंतरिक्ष में ही नासा तबाह कर पाएगा या नहीं.
अभी तक दुनिया के किसी भी स्पेस ऑर्गेनाइजेशन ने किसी क्षुद्रग्रह या खगोलीय पिंड की दिशा बदलने की कोशिश नहीं की थी. यह पहली बार हुआ कि किसी ग्रह रक्षा प्रणाली (Planetary defense system) यानि डार्ट मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया गया. डबल एस्ट्रॉयड रीडाइरेक्शन टेस्ट यानी डार्ट (DART) मिशन में एक विशेष अंतरिक्ष यान को उल्कापिंड में टक्कर कराई गई.
DART को SpaceX रॉकेट ने 2021 में लॉन्च किया था. इसके तहत धरती को डायनासोर के खात्मे जैसे महाविनाश से बचाने के लिए अंतरिक्ष में एक बहुत बड़ा प्रयोग किया गया. नासा ने पृथ्वी को एस्ट्रॉयड के खतरे से बचाने के अभ्यास के तहत डार्ट मिशन को अंजाम दिया.
इस खास एस्टेरॉइडस से पृथ्वी को कोई खतरा नहीं था. नासा का कहना है कि कम से कम अगले 100 सालों तक एस्टेरॉइडस से पृथ्वी को कोई वास्तविक खतरा नहीं है. माना जाता है कि उस समय के डायनासोर और अधिकांश अन्य जीवन रूप, लगभग लाखों साल पहले एक एस्टेरॉइडस की टक्कर के बाद विलुप्त हो गए थे.
इसकी मदद से यह तय होगा कि हमारी पृथ्वी भविष्य में एस्टेरॉयड्स के हमलों से बचेगी या नहीं. आने वाले समय में धरती को जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग का सबसे बड़ा खतरा सिर्फ एस्टेरॉयड से है. ऐसी ही तबाही को रोकने के लिए नासा ने DART Mission आज पूरा कर लिया है.