केंद्र सरकार द्वारा वध के लिए मवेशियों की खरीद-बिक्री पर प्रतिबन्ध लगाने के फैसले के विरोध में आईआईटी मद्रास में बीफ फेस्ट के आयोजक छात्र सूरज पर हमला करने का मामला सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक दक्षिणपंथी छात्र संगठनों ने सूरज पर हमला करके बुरी तरह से घायल कर दिया।
इस हमले में पीएडी स्कॉलर सूरज को काफी चोटें आई हैं। उसकी एक आंख में गहरी चोट है। बताया जा रहा है कि सूरज पर हमला करने वाले दक्षिणपंथी छात्र संगठनों के कार्यकर्ता थे, जो बीफ पार्टी को लेकर नाराज थे, जिसका आयोजन कैंपस में किया गया था। इस पार्टी पर कई संगठनों और केंद्र सरकार के मंत्रियों ने भी नाराजगी जताई थी
दरअसल बीते दिनों आईआईटी मद्रास में सैकड़ों छात्रों ने कैंपस में ‘बीफ फेस्ट’ का आयोजन किया था। इसका आयोजक सूरज को ही बताया गया है। इस पार्टी में खाने में बीफ परोसा गया था। छात्रों का कहना था कि सरकार लोगों की खाने की आजादी छीन रही है और उसी के विरोध में उन्होंने ये पार्टी की है।
वहीँ केंद्र सरकार ने एक नए कानून के जरिए काटने के लिए पशु बाजारों में मवेशियों की खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध लगा दिया है। पर्यावरण मंत्रालय ने पशु क्रूरता निरोधक अधिनियम के तहत सख्त पशु क्रूरता निरोधक (पशुधन बाजार नियमन) नियम, 2017 को अधिसूचित किया है।अधिसूचना के मुताबिक, पशु बाजार समिति के सदस्य सचिव को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी शख्स बाजार में अवयस्क पशु को बिक्री के लिए न लेकर आए। किसी भी शख्स को पशु बाजार में मवेशी को लाने की इजाजत नहीं होगी, जबतक कि वहां पहुंचने पर वह पशु के मालिक द्वारा हस्ताक्षरित यह लिखित घोषणा-पत्र न दे दे, जिसमें मवेशी के मालिक का नाम और पता हो और फोटो पहचान-पत्र की एक प्रति भी लगी हो। यह भी स्पष्ट करना होगा कि मवेशी को काटने के लिए नहीं बेचा जा रहा है।
इस कानून को लेकर देशभर में कई जगहों पर विरोध हो रहा है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (एम) भी इस मामले पर विरोध जता रही है। मामले को मद्रास हाइकोर्ट में भी चुनौती दी गई । जिस पर सुनवाई करते हुए मद्रास हाइकोर्ट ने इस पर चार हफ्ते की रोक लगा दी है।