हिंदू युवा वाहिनी भारत (संगठन) के कार्यकर्ताओं ने अयोध्या में विवादित राम जन्मभूमि मन्दिर के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन बृहस्पतिवार को महराजगंज जिलाधिकारी को सौंपा और अयोध्या में जल्द राम मंदिर निर्माण की मांग की।
संगठन के जिलाध्यक्ष श्री कुंदन सिंह ने कहा कि सन 1548 में मुगल आक्रांता बाबर ने अयोध्या में रामजन्म भूमि मंदिर को ढहा कर बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया था। 1985 से अब तक रामजन्म भूमि स्थल पर एक भव्य मंदिर निर्माण का मुकदमा माननीय न्यायालय में लंबित है। जो इस राष्ट्र के लिए अत्यंत शर्म की बात है। तथाकथित बाबरी मस्जिद के गर्भगृह में दिसंबर 1949 से भगवान श्री रामलला की मूर्तियां बिराजमान हैं और उस स्थान पर निरंतर पूजा होती आ रही है।
1986 में तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री व स्वयं मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश की उपस्थिति में राम जन्म भूमि पर गोरक्षपीठाधीश्वर ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ जी श्री राम जन्म भूमि के निर्माण की नींव रखी थी। अगस्त 2003 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के द्वारा इलाहाबाद माननीय उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ को विवादित स्थल की खुदाई की एक विशेष रिपोर्ट सौंपी गई थी , जिसमें विवादित स्थल के नीचे जमीन में हिंदू मंदिर के मौजूद होने की तमाम साक्ष्य उपलब्ध हुए थे। हिन्दू युवा वाहिनी (भारत) के कार्यकर्ताओं ने मांग किया है कि जल्द से जल्द विवादित श्री राम जन्म भूमि पर रामलाल का मंदिर का निर्माण कराया जाए । जो करोड़ो हिंदुओं के हित में सर्वोपरि है।
इस दौरान जिला संयोजक जितेंद्र शर्मा, लव कुश पांडेय, विजय कुमार मिश्र, सुनील गौड़, ध्रुव पटेल, ऋषिकेश तिवारी सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
( शिवरतन कुमार गुप्ता )