नईदिल्ली। भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा व्यस्था पुख्ता करने के मद्देनजर के पट्रोल फ्री स्मार्ट बाड़ लगाए जाने का फैसला लिया गया है। बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल केके शर्मा के मुताबिक साल 2017 के आखिर तक सीमा पर ऐसे बाड़ लगाए जाएंगे जिसके बाद वहां पेट्रोलिंग की जरूरत ही नहीं होगी।
बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल केके शर्मा ने बताया है कि गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद हम ऐसे सिस्टम पर काम कर रहे हैं, जिससे बॉर्डर पर जवानों को पेट्रोलिंग न करनी पड़े। स्मार्ट बाड़े के लगने के बाद किसी भी घुसपैठ की जानकारी रेडार के माध्यम से जवानों को मिल जाएगी। हम अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए बाड़ को आधुनिक तकनीक के हिसाब से बना रहे हैं। कॉम्प्रिहेंसिव इंटिग्रेटेड बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम को विकसित करने के लिए 20 कंपनियां काम कर रही हैं। उम्मीद है कि अगले डेढ़ साल में यह काम जमीन पर दिखाई देने लगेगा।
कॉम्प्रिहेंसिव इंटिग्रेटेड बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम में लेजर बाड़, राडार का इस्तेमाल होगा, जो सैटलाइट से जोड़ा जाएगा। इसके बाद जवानों को तभी ऐक्शन लेना होगा जब उन्हें किसी घुसपैठ या हमले के संकेत मिलेंगे साथ ही बारूदी सुरंगों का पता लगाने के लिए भी गैजट तैयार हो रहे हैं। जिससे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर होने वाली घुसपैठ और गोलीबारी को रोकने में मदद मिलेगी ही साथ ही सांबा जैसे आतंकी हमले को भी विफल किया जा सकेगा।
बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल ने कहा कि, इस मामले में कुछ पायलट प्रॉजेक्ट्स पर काम शुरू हो चुका है। इसमें पंजाब, जम्मू और गुजरात के वे क्षेत्र शामिल हैं, जहां जमीन बहुत दलदली है। इसमें से एक प्रॉजेक्ट असम के धुबरी में पूरा होने वाला है। उन्होंने कहा कि 2.5 लाख जवानों वाली देश की सबसे बड़ी बॉर्डर सिक्यॉरिटी फोर्स को आधुनिक होने की जरूरत है। जवानों के साथ जब आधुनिक यंत्र जुड़ जाते हैं, तो इससे उनकी ताकत और बढ़ जाती है। हम पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच घुसपैठ और सीमा रेखा के उल्लंघन के मामलों को तकनीक के जरिए रोकना चाहते हैं। हम आतंकवादियों के मंसूबों को विफल करने के लिए हर प्रयास कर रहे हैं। इस साल जो भी घुसपैठ हुई हैं, वे सभी एलओसी से हुई हैं। मैं इस बात की गारंटी लेता हूं कि हम अब अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ नहीं होने देंगे।