कहा जाता है की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जितनी आस्था भगवान गोरक्षनाथ में है,उतनी ही आस्था आदिशक्ति माँ जगत जननी में भी है। यही कारण है कि सीएम योगी हर वर्ष पूरे विधि विधान से दोनों जवरात्रों में शक्ति की उपासना करते हैं और कन्या भोज करते हैं। इन दिनों योगी आदित्यनाथ पांच दिवसीय दौरे पर पूजा ,अर्चन एवं हवन पाठ के लिए गोरखपुर जनपद स्थित गोरखनाथ मंदिर आए हुए हैं। जहाँ उन्होंने शारदीय नवरात्र पर कन्या पूजन किया।
उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी दूसरी बार शारदीय नवरात्रि में कन्या पूजन करने के लिए गोरखपुर पहुंचे हैं। गोरखनाथ मन्दिर स्थित शक्ति मन्दिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मन्दिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ की देखरेख में माँ सिद्धिदात्री का पूजा अर्चन की और फिर तिथिनुसार ब्राह्मणों द्वारा “दुर्गा शप्तसती” के एक-एक ऋचाओं के साथ हवन की आहुति माँ को समर्पित की। हवन पूजन के बाद योगी आदित्यनाथ ने नौ कन्याओं का पात्र में चरण धोकर कर चुनरी चढ़ाई और पूजा अर्चना की। पूजा उपरांत कन्याओं को स्वहाथों निर्मित खीर का भोग लगाकर देवी स्वरूप आमन्त्रित नौ कन्याओं को भोजन कराया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्र के आखरी दिन नौ कन्याओं के साथ उपस्थित 101 कन्याओं को पूजा करने और भोजन कराने के बाद अंग वस्त्र और दक्षिणा देकर ससम्मान उचित प्रबन्ध में उनकी विदाई की। बताना अनिवार्य है की कन्या भोज एवं देवी भोग के लिए छप्पन भोग स्वयं सीएम योगी ने ही बनाया था। कन्या भोज के उपरांत योगी आदित्यनाथ ने स्वयं जल पात्र में जल लेकर नौ कन्याओं के साथ भोज में शामिल कुल 101 कन्याओं के हाथ धुले।
( शिवरतन कुमार गुप्ता । महराजगंज )
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्र के आखरी दिन नौ कन्याओं के साथ उपस्थित 101 कन्याओं को पूजा करने और भोजन कराने के बाद अंग वस्त्र और दक्षिणा देकर ससम्मान उचित प्रबन्ध में उनकी विदाई की। बताना अनिवार्य है की कन्या भोज एवं देवी भोग के लिए छप्पन भोग स्वयं सीएम योगी ने ही बनाया था। कन्या भोज के उपरांत योगी आदित्यनाथ ने स्वयं जल पात्र में जल लेकर नौ कन्याओं के साथ भोज में शामिल कुल 101 कन्याओं के हाथ धुले।
( शिवरतन कुमार गुप्ता । महराजगंज )