मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह सरकार भले ही विकास के लाख दावे करे, लेकिन विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहा है सरकार के दावों की पोल खुलती जा रही है। जिससे विपक्ष को राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरने का एक और मौका मिल गया है। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में बुनियादी सुविधाओं से वंचित लोग अब विरोध प्रदर्शन पर उतर आये हैं ।
मामला मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में कराहल के पीतमपुरा बस्ती का है, जहाँ बिजली,पानी और सड़क की समस्या से परेशान ग्रामीणों ने विरोध जताया है।यही नहीं ग्रामीणों द्वारा ‘बिजली,पानी और सड़क नहीं तो वोट नहीं’ के नारे के साथ ही गांव में पर्चे भी बांटे गए हैं। साथ ही जगह-जगह बोर्ड लगाकर, विधानसभा चुनाव के बहिष्कार करने की बात भी लिखी गई है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक गांव में बिजली और पक्की सड़क नहीं बन जाती, तब तक वे किसी भी नेता को वोट नहीं देंगे।
ग्रामीणों का आरोप है कि बीते 60 सालों से गांव में बिजली, पानी और सड़क का कोई इंतजाम नहीं है। गांव में बुनियादी सुविधाओं की कमी के चलते उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवार चुनाव के समय बिजली, पानी और सड़क बनवाने का वादा तो करते है, लेकिन जीतने के बाद कोई काम नहीं करता।