मुसलमानों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगामी स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा न फहराने देने के रिकॉर्डेड मैसेज फोन कॉल के जरिए भेजे जाने के मामले की जांच में उत्तर प्रदेश पुलिस अन्य एजेंसियों की भी मदद ले रही है. प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने रविवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह कॉल सिर्फ लखनऊ के लोगों को नहीं बल्कि प्रदेश के विभिन्न शहरों और दूसरे राज्यों में भी लोगों को की गई है.
प्रशांत कुमार ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह कॉल किसी गेटवे से भेजी जा रही है. प्रदेश पुलिस इसकी जांच के लिए अन्य एजेंसियों की भी मदद ले रही है और जल्द ही इस मामले का खुलासा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यह कॉल मुख्य रूप से पत्रकारों को की जा रही है. यह किसी की शरारत लगती है और इसकी गहराई से जांच की जा रही है.
गौरतलब है कि शनिवार को प्रदेश में अनेक लोगों खासकर पत्रकारों को विदेशी नंबर से रिकॉर्डेड फोन कॉल की गई थी. आज भी कुछ लोगों को ऐसी कॉल की गई है जिसमें मुसलमानों से कहा जा रहा है कि वो आगामी स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तिरंगा फहराने नहीं दें. यह संदेश खासतौर पर मोदी द्वारा पिछली पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन करने से जोड़कर सुनाया जा रहा है. इस मामले में लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ शनिवार को मामला दर्ज किया गया था.