74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से तिरंगा फहराया. इसी के साथ एक नया एक अनोखा रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया है. पीएम मोदी लगातार सातवीं बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फरहराने वाले देश के चौथे प्रधानमंत्री और पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री बन गए हैं. इससे पहले सात या उससे ज्यादा बार लाल किले पर तिरंगा फहराने वाले प्रधानमंत्रियों में जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह शामिल हैं.
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 1947 से 1963 के बीच लाल किले पर तिरंगा फहराया. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1966 से 1976 और 1980 से 1984 के बीच अपने दो कार्यकाल के दौरान लाल किले पर तिरंगा फहराया. वहीं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2004 से 2013 के दौरान लाल किले पर तिरंगा फहराया.
राष्ट्रीय ध्वज फहराने के तुरंत बाद ही पीएम को ‘राष्ट्रीय-गार्ड’ नेशनल-सैल्यूट दिया गया. राष्ट्रीय-गार्ड में तीनों सेनाओं और दिल्ली पुलिस के कुल 32 जवान हैं. थलसेना के ग्रेनेडियर रेजीमेंटल सेंटर के बैंड ने राष्ट्रगान की धुन बजाई. इस बैंड का नेतृत्व सूबेदार-मेजर अब्दुल गनी ने किया. इसके तुंरत बाद 21 तोपों की सलामी दी गई. थलसेना की फील्ड-बैटरी ने ये सलामी दी. इसके बाद प्रधानमंत्री अब देश को संबोधित कर रहे हैं. कोविड महामारी को देखते हुए इस साल स्कूली बच्चे स्वतंत्रता दिवस समारोह का हिस्सा नहीं लिया.
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 अक्टूबर 2001 को गुजरात के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था. उसके बाद से 22 मई 2014 तक लगातार गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में काम करते रहे थे. 2014 का लोकसभा चुनाव जीतने के बाद 26 मई 2014 को भारत के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने शपथ ली थी. तब से लेकर अब तक लगातार वह प्रधानमंत्री पद पर बने हुए हैं.
मोदी देश के पहले ऐसे नेता है जो लगातार 18 साल से ज्यादा समय से चुनी हुई सरकार के मुखिया के रूप में काम कर रहे हैं. 7 अक्टूबर 2001 से लेकर आज तक वह चुनी हुई सरकार के मुखिया हैं. पहले मुख्यमंत्री के रूप में और अब प्रधानमंत्री के रूप में. इससे पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी देश के प्रधानमंत्री के रूप में लंबा समय व्यतीत कर चुके हैं.