नईदिल्ली : पाकिस्तानी सेना प्रमुख पद से रिटायर हुए जनरल राहील शरीफ को अब एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्हें आतंक के खिलाफ बनाई गई इस्लामिक देशों की गठबंधन सेना का प्रमुख नियुक्त किया गया है।
पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाज़ा आसिफ़ की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक जरनल राहील शरीफ़ अब सऊदी अरब के नेतृत्व वाले 39 इस्लामिक देशों के सैन्य गठबंधन का नेतृतव करेंगे। इस सैन्य गठबंधन का गठन आतंकवाद से लड़ने के लिए किया गया है। इसके साथ ही आसिफ़ ने बताया कि जनरल शरीफ़ की नियुक्ति से जुड़ा यह फैसला नवाज़ शरीफ़ सरकार को भरोसे में लेने के बाद ही लिया गया है। क्योंकि इस तरह की नियुक्ति के लिए सरकार और सैन्य मुख्यालय की ओर से सहमति मिलनी जरूरी होती है।
इस्लामिक देशों के इस सैन्य गठबंधन का मुख्यालय रियाद में होगा। दरअसल, दिसंबर 2015 में आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान सहित 30 से अधिक इस्लामी देशों ने सऊदी अरब के नेतृत्व में एक सैन्य गठबंधन का ऐलान किया था।इस गठबंधन का ऐलान तब हुआ जब आईएसआईएस ने खाड़ी देशों के शासन को उखाड़ फेंकने का वादा किया। अपने वादे के साथ कुवैत और सऊदी अरब में शिया मुस्लिमों की मस्जिदों और सुरक्षा बलों पर हमले शुरू कर दिए। वैसे इस गठबंधन के बनने से पहले वर्ष 2014 में सऊदी अरब के रक्षा मंत्री प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पिछले वर्ष दिसंबर में आतंकवाद का सामना करने के लिए एक इंटीग्रेटेड मुस्लिम कम्यूनिटी की स्थापना की थी।
इस गठबंधन में शुरू में 34 देश शामिल थे, लेकिन बाद में यह संख्या बढ़कर 39 हो गई। इस सैन्य गठबंधन में मिस्र, क़तर और संयुक्त अरब अमीरात जैसे कई अरब देशों के साथ तुर्की, मलेशिया, पाकिस्तान और अफ्रीकी देश भी शामिल हैं। राहील शरीफ नवंबर 2016 में रिटायर हुए और जनरल कमर जावेद बाजवा को पाकिस्तान का नया सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था।