आम आदमी पार्टी (आप) के संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को आड़े हाथ लेते हुए उस पर रोजगार देने के नाम पर बेरोजगारों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया है. आप के राज्यसभा सांसद और पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने रविवार को डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोजगार, मनरेगा, अपराध और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राज्य की भाजपा सरकार को घेरा.
इसके साथ ही संजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘उतर प्रदेश के नौजवानों आप रोज़गार के लिये तरस रहे हैं पूर्वांचल विश्व विद्यालय के VC ने आपके लिये रोज़गार तलाश लिया है कह रहे हैं “ट्रेन में खँजरी बजाओ भीख मँगना भी एक रोज़गार है” पकौड़ा के बाद कटोरा योजना.’
संजय सिंह ने योगी सरकार के एक करोड़ लोगों को रोजगार देने के अभियान पर सवाल उठाते हुए कहा कि आंकड़ों के अनुसार साल 2019 में राष्ट्रीय स्तर पर लोगों को मनरेगा के तहत औसतन मात्र 52 दिन काम दिया गया है, वहीं उत्तर प्रदेश में मात्र 42 दिन ही लोगों को काम मिला है. आप नेता का कहना था कि इस हिसाब से योगी सरकार ने एक परिवार को एक साल में मात्र 8442 रुपये ही दिये तथा यह सच्चाई है और योगी सरकार रोजगार देने के नाम पर प्रदेश के बेरोजगारों के साथ धोखा, मजाक कर रही है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने राज्य में न तो कोई फैक्टरी लगाई और ना ही रोजगार के कोई दूसरे अवसर पैदा किए, मगर इसके बावजूद योगी सरकार कह रही है कि एक करोड़ नए रोजगार दिए जा रहे हैं.
सिंह ने आरोप लगाया कि योगी सरकार ने तमाम भर्तियों में बेरोजगारों से फॉर्म भरवाने के नाम पर बेरोजगारों से करोड़ों रुपए वसूल लिये लेकिन परीक्षा के बाद परिणाम नहीं आया तथा कुछ नतीजे आये भी तो वे अदालत में लटक गए.
उन्होंने कहा कि कानपुर बाल संरक्षण गृह में कोविड-19 संक्रमित पाई गई 57 में से सात बच्चियां गर्भवती हो गईं. उन्होंने सवाल किया कि आखिर वो दरिंदे कौन हैं जिनकी वजह से बच्चियां गर्भवती हुई. उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार ऐसे दरिंदों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय उन्हें बचा रही है. सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन बेतुकी बयानबाजी कर मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है.
आप प्रवक्ता ने कहा कि चीन को सबक सिखाने के लिए केंद्र सरकार को चरणबद्ध तरीके से योजना बनाकर चीनी सामान का बहिष्कार करना चाहिए. चीन को आर्थिक रूप से चोट पहुंचाने के लिये चीन से व्यापार बन्द होना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस समय पूरा देश चाहता है कि सैनिकों की शहादत व्यर्थ नहीं जानी चाहिये. मोदी सरकार चीन को मुंह तोड़ जवाब दे.