अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगडिय़ा निषेधाज्ञा तोड़कर रामकोट की परिक्रमा पर निकल पड़े। इस दौरान तोगड़िया के समर्थकों और पुलिस के बीच भिड़ंत हो गयी। जिसके चलते अयोध्या में भारी तनाव का माहौल है।
अयोध्या करोड़ों हिंदुओं के आस्था का केंद्र है,जो लोगों के हृदय में बसती है। रामनगरी वैसे भी दशकों पूर्व से चर्चा में रही,जिस पर समय समय पर सियासत की आंच भी कभी कम नहीं हुई। राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर अयोध्या पहुंचे अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद प्रमुख डा.प्रवीण तोगड़िया और उनके समर्थकों ने 23 अक्टूबर 2018 को प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दीं। जिससे जहाँ जिले की तासीर धीरे धीरे गर्म होती रही तो वहीं आला अधिकारियों के पसीने छूटते रहे। डा.प्रवीण भाई तोगड़िया मंगलवार को अपने समर्थकों के साथ रामकोट की परिक्रमा पर निकल पड़े,इस दौरान उन्होंने निषेधाज्ञा भी तोड़ा और हाई अलर्ट को भी नजरन्दाज किया। मुकामी पुलिस द्वारा डा. प्रवीण तोगड़िया समेत समर्थकों को रोकने और समझाने की पूरी कोशिश की गई।लेकिन डा.तोगड़िया और उनके समर्थक रामकोट परिक्रमा करने समेत पवित्र सरयु नदी तट पर सभा करने के लिये अड़े हुए हैं। इस बीच डा. प्रवीण तोगड़िया के समर्थकों और पुलिस के बीच भिड़ंत होने की खबर है, जिस कारण दर्जनों समर्थकों के घायल होने की खबर है,अयोध्या भले ही शांतपूर्ण है,लेकिन इसकी तासीर अंदर ही अंदर गर्म ज्यादा है।
डा.प्रवीण तोगड़िया के रामकोट परिक्रमा के ऐलान को लेकर अयोध्या में भारी तनाव का माहौल है। पुलिस लगातार डा.प्रवीण तोगड़िया और उनके समर्थकों को समझाने के प्रयास में जुटी हुई है लेकिन वे लोग रामकोट परिक्रमा करने के फैसले पर अडिग हैं। रामकोट वही स्थान है, जहां विवादित राम जन्मभूमि स्थल है।
इससे पहले तोगड़िया ने जिला प्रशासन से अनुमति लिए बिना ही सरयू तट पर सभा भी की थी, जिसके बाद प्रशासन अलर्ट हो गया था। मंगलवार को उनकी रामकोट परिक्रमा और सरयू तट पर संकल्प सभा की तैयारी को देखते हुए अयोध्या में निषेधाज्ञा लागू की गयी थी इसके बावजूद भी तोगड़िया और उनके समर्थक रामकोट की परिक्रमा पर अड़े हुए है।
अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष डा.प्रवीण भाई तोगड़िया ने 23अक्टूबर 2018 को राजनितिक पार्टी बनाने की घोषणा करते हुए खुद को प्रधानमन्त्री पद का दावेदार बताया।उन्होंने पार्टी का नामकरण तो अभी नहीं किया है,लेकिन इतना जरूर कहा है की बहुत ही जल्द पार्टी का नामकरण कर पार्टी का घोषणा पत्र भी जारी कर दिया जाएगा। यह पार्टी हिन्दू मतों का विभाजन करने के लिए नहीं बनाई जा रही है,बल्कि भारत में हिंदुओं की सरकार बनाने के लिए नई पार्टी का गठन किया जा रहा है।
सरयू तट पर मन्दिर आंदोलन के पुरोधा स्वर्गीय महंत रामचन्द्र दास परमहंस के समाधिस्थल के पास आयोजित सभा में उन्होंने कहा की सरकार बनते ही वे भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने का सपना और संकल्प पूरा करेंगे। हिन्दू सरकार बनते ही काशी,मथुरा और अयोध्या मन्दिर तीनों एक साथ पूरा कराएंगे।
(शिवरतन कुमार गुप्ता)