बिहार (Bihar) के दरभंगा की रहने वाली ज्योति आजकल चर्चा में है. अपने बीमार पिता को साइकिल से लेकर दिल्ली से अपने घर बिहार के दरभंगा पहुंचने वाली ज्योति कुमारी (Jyoti Kumari) के जज्बे को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की पुत्री इवांका ट्रंप (Ivanka Trump) ने भी सराहा, तो उनकी तारीफ और मदद करने वालों की होड़ लग गई. ज्योति कुमारी के नाम पर डाक टिकट, पिता को लेकर जाती ज्योति की पेंटिंग के बाद साइकिल फेडरेशन ने ट्रायल के लिए दिल्ली आने का न्योता दिया.
( इवांका ट्रंप ने की ज्योति कुमारी की सराहना)
ज्योति कुमारी की मदद देने के लिए मददगारों के हाथ भी बढ़ते दिखे. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhgilesh Yadav) भी ज्योति को मदद करने की घोषणा करने वाले शुरुआती लोगों में शामिल रहे हैं. इवांका ट्रंप के ट्वीट से पहले ही अखिलेश यादव का ट्वीट ज्योति की मदद को लेकर आया था. 21 मई को ही अखिलेश यादव ने ट्वीट कर ज्योति को एक लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की थी.
मंगलवार सुबह यानी आज एक लाख रुपये की यह सहायता राशि सपा ने ज्योति की मां फूलो देवी के अकाउंट में जमा करा दिया. अखिलेश यादव ने ज्योति और उनके माता-पिता से बात भी की. बताया जाता है कि ज्योति का भी बैंक खाता है, लेकिन वह जनधन योजना के तहत खुला था. उस खाते में एकमुश्त एक लाख रुपये की राशि जमा नहीं कराई जा सकती थी. ऐसे में सपा ने सहायता राशि ज्योति की मां के खाते में ट्रांसफर की.
बता दें कि 15 साल की ज्योति कुमारी गुरुग्राम(Gurugram) से अपने बीमार पिता को लेकर दरभंगा (Darbhanga) स्थित अपने गांव साइकिल से ही पहुंच गई. ज्योति का वीडियो वायरल हुआ तो उनकी तारीफ करने वालों और मदद करने वालों की होड़ लग गई. ज्योति के पिता मोहन पासवान दिल्ली में रिक्शा चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते थे.