जहाँ एक तरफ उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। कब, कहां और किस समय पुलिस चेकिंग अभियान चलाए यह कहा नहीं जा सकता है। वहीँ दूसरी तरफ सूबे की 80 लोकसभाओं में आयोजित की गई कमल संदेश यात्रा की बाइक रैली में शामिल बीजेपी कार्यकर्ता बिना हेल्मेट सड़कों पर फर्राटा भरते नजर आए।
कमल सन्देश यात्रा की रैली में फंसी एम्बुलेंस,मरीज हलकान
कमल संदेश यात्रा के बाईक रैली के दौरान जाम के झाम में फंसे एम्बुलेन्स के मरीज जीवन और मौत से जूझते हुए नजर आये। लेकिन किसी भी शख्स ने एम्बुलेंस को रास्ता देना भी मुनासिब नहीं समझा।
प्लास्टिक का खूब हुआ इस्तेमाल
केंद्र सरकार जहां स्वचछ भारत मिशन को सफल बनाने के लिए हर तरह के हत्थकंडे अपना रही हैं वही कमल संदेश यात्रा के दौरान गंदगी का अम्बार लगा रहा।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि प्लास्टिक पर सख्ती से प्रतिबन्ध लगाने का दावा करने वाली योगी आदित्यनाथ की सरकार के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारीयों ने इस कमल संदेश यात्रा के दौरान जलपान के समय जमकर प्लास्टिक के ग्लास का उपयोग किया। इस रैली में हर बूथ से कम से कम पांच बाइक और दस व्यक्ति इस कमल संदेश बाइक रैली का हिस्सा बने हुए थे। इस रैली में सभी कार्यकर्ता झंडे, टोपी, पट्टिकाएं गले में डालकर अपने अपने बाइक से नारे बाजी करते हुए फर्राटा भर रहे थे ।