कोरोना वायरस के टीके की खुराक को दो रातों से जानबूझकर फ्रीज से बाहर निकालकर उसे खराब करने के संदेह में गुरुवार को अधिकारियों ने विस्कोन्सिन के उपनगर मिलवाउके में एक फार्मासिस्ट को गिरफ्तार किया गया.
द ग्राफ्टन पुलिस विभाग ने बताया कि ‘एडवोकेट औरोरा हेल्थ केयर’ के फार्मासिस्ट को लापरवाही से जान को खतरे में डालना, दवाई के साथ छेड़छाड़ करने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. विभाग ने एक रिलीज में बताया वह अब जेल में हैं. हालांकि पुलिस ने उसकी पहचान जाहिर नहीं की है और कहा है कि अभी औपचारिक तौर पर आरोप दर्ज नहीं हुए हैं.
एडवोकेट औरोरा हेल्थ केयर के मुख्य चिकित्सा समूह अधिकारी जेफ बार ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन के दौरान गुरुवार दोपहर में बताया कि फार्मासिस्ट ने जानबूझकर मॉडर्ना टीके की 57 शीशियों को 24 दिसंबर की रात में फ्रीज से बाहर निकाला और फिर उसे 25 दिसंबर को फ्रीज में रख दिया.
इसके बाद उसने फिर 25 दिसंबर (शनिवार) की रात में बाहर निकाल दिया. इसके बाद रविवार सुबह एक कर्मी ने फ्रीज के बाहर इन शीशियों को पाया. कर्मियों ने इससे 57 लोगों को टीका लगाया. जेफ का कहना है कि ये खुराक प्रभावी नहीं हैं.
जेफ ने बताया कि संबंधित कर्मी ने जानबूझकर टीके को फ्रीज से बाहर निकाला लेकिन उन्होंने व्यक्ति के इरादे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि उसे नौकरी से निकाल दिया गया है और पुलिस जांच कर रही है. वहीं, मॉडर्ना के अधिकारियों ने बताया है कि खराब टीके से किसी तरह की सुरक्षा संबंधी चिंता नहीं है.