आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में शुक्रवार को अचानक आई बाढ़ से जनजीवन प्रभावित हुआ है. अचानक आई बाढ़ से अब तक 3 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 30 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चेयेरू छोटी नदी में अचानक बाढ़ आने से तट पर बसे कुछ गांवों में पानी भर गया.
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शिव मंदिर में पूजा कर रहे श्रद्धालुओं का एक समूह अचानक बाढ़ में फंस गया और कुछ लोग राजमपेट क्षेत्र में बाढ़ के पानी में बह गए. नन्दलुरु के पास तीन शव बरामद किए गए हैं और बाकियों की तलाश जारी है. बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण हुई भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं और इससे चित्तूर और कडप्पा में कई वर्षों की सबसे भयानक बाढ़ आई.
राष्ट्रीय आपदा मोचन दल और राज्य आपदा मोचन बल के दल बचाव एवं राहत कार्य में जुटे हैं. मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बारिश से प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की और उन्हें राहत एवं बचाव उपाय करने का निर्देश दिया.
बता दें कि कई दिनों से आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश हो रही है. बारिश के कारण प्रशासन ने पहले ही राज्य में अलर्ट जारी किया है. वहीं, चित्तूर जिले के कलेक्टर ने सभी शिक्षा संस्थानों को 18 और 19 तारीख को बंद रखने की घोषणा की है. तिरुपति शहर में लोगों को घरों से बाहर निकलने के लिए मना किया गया है. सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है.