शिवरतन कुमार गुप्ता । भारतीय समाचार
महराजगंज: आंगनबाड़ी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मानदेय वृद्धि की मांग को लेकर जिलाध्यक्ष छाया भारती, सरिता जायसवाल, जिला संरक्षक राधेश्याम मौर्या व नागेंद्र दुबे के नेतृत्व में बस स्टेशन परिसर से पैदल मार्च करते हुए जिला मुख्यालय जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा प्रेषित किया।
जिलाध्यक्ष छाया भारती ने अपने जोरदार सम्बोधन में कहा कि सरकार से लिखित वार्ता के बावजूद अभी तक मानदेय में बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। जबकि अनुपूरक बजट से ₹625 की धनराशि आवंटित करने के बाद भी सरकार अपने वादे से मुकर रही है। वहीँ सरिता जायसवाल ने कहा कि अब लड़ाई आर और पार की लड़ी जाएगी। सरकार अन्य पांच राज्यों में करारी हार के बाद भी नहीं सीख रही है।
जिला संरक्षक राधेश्याम मौर्य ने कहा कि सरकार की कैबिनेट की बैठक होने के बाद भी धन को कार्यकत्रियों के खाते में नहीं भेजा गया।जिससे उनकी काम करने का मनोबल टूट रहा है। आखिर बजट के पैसे कहां चले गए? सरकार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से गुलामों की तरह कार्य करा रही है। इसके बावजूद भी एक मजदूर से भी कम वेतन देती है।
नागेंद्र दुबे ने कहा कि सरकार को होश में लाने के लिए संगठन एक साथ होकर सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने की जरूरत है। संगठन द्वारा दिये गए मांग पत्र में कार्यकत्रियों ने मांग की है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, मिनी आगनबाडी कार्यकत्रियों तथा सहायिकाओं को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए मुख्यमंत्री से वार्ता के अनुसार कार्यकत्रियों का मानदेय 10000 किया जाए, मुख्य सेविकाओं के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती की व्यवस्था किया जाए, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के वरिष्ठ एवं योग्यता के आधार पर नियुक्ति किया जाए, कार्यकत्रियों को सामाजिक सुरक्षा योजना एवं ईपीएफ योजना से लाभ दिया जाए। 30 दिनों का सवेतन चिकित्सा अवकाश दिया जाए, आगनबाडी कार्यकत्रियों को रिटायर होने पर पांच लाख या ढाई लाख किया जाए। इस दौरान सरोज जयसवाल, राजमती, सीमा विश्वकर्मा, शोभा, ज्ञानमती, जावित्री, नजमा, परवेज आलम, रुकमणी, सुमित्रा, अमित त्रिपाठी, सुशील सहित तमाम कार्यकत्री मौजूद रही।