सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे( मंगलवार से दो दिन के लिए लद्दाख के दौरे पर होंगे और इस दौरान वह चीनी सेना के साथ छह सप्ताह से जारी गतिरोध पर वहां मौजूद सैन्य कमांडरों के साथ चर्चा करेंगे और पर्वतीय क्षेत्र में भारत की संपूर्ण सैन्य तैयारी का जायजा लेंगे. सेना के सूत्रों ने यह जानकारी दी.
सूत्रों ने कहा कि सेना प्रमुख अग्रिम चौकियों का दौरा करेंगे और वहां मौजूद सैनिकों से बातचीत करेंगे.पिछले सप्ताह वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने लद्दाख और श्रीनगर वायु सैनिक अड्डों का दौरा किया था और क्षेत्र में किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए भारतीय वायु सेना की तैयारियों का जायजा लिया था.
उच्च सैन्य कमांडरों के दो दिवसीय सम्मेलन के अंतिम सत्र में शामिल होने के तुरंत बाद जनरल नरवणे लेह के लिए रवाना होंगे.सोमवार को शुरू हुए सम्मेलन में कमांडरों ने पूर्वी लद्दाख की स्थिति पर गंभीर चर्चा की.
लेह में जनरल नरवणे, चीन से लगी संवेदनशील सीमा की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली 14वीं कोर के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह से बातचीत करेंगे.सोमवार को लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने चीन के साथ तनाव काम करने के लिए तिब्बत सैन्य जिले के कमांडर मेजर जनरल ल्यू लिन के साथ 11 घंटे बैठक की थी.
वार्ता के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों ने कहा कि बैठक में भारतीय पक्ष ने चीनी सैनिकों द्वारा गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों पर किए गए “पूर्वनियोजित” हमले के संबंध में कड़ा विरोध जताया और पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के प्रत्येक बिंदु से चीनी सैनिकों के तत्काल पीछे हटने की मांग की.
बातचीत का उद्देश्य पेंगोंग सो समेत कई क्षेत्रों से दोनों पक्षों के सैनिकों को वापस बुलाने की प्रक्रिया तय करना था जहां वे पिछले छह सप्ताह से गतिरोध की स्थिति में हैं.