कोरोना की वजह से सब्जी बेचने को मजबूर हुए टीवी सीरियल बालिका वधु के डिरेक्टर रामवृक्ष गौड़ . कभी लाइट्स, कैमरा और ऐक्शन की चकाचौंध में जीने वाले रामवृक्ष गौड़ आज आलू और टमाटर के भाव पर मोलतोल कर रहे हैं. ये कोरोना की मार नहीं तो और क्या है?
रामवृक्ष गौड़ ‘कुछ तो लोग कहेंगे’, ‘ज्योति’ और ‘सुजाता’ जैसे 25 से अधिक टीवी सीरियल्स को डायरेक्टर चुके है. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले रामवृक्ष लॉकडाउन से पहले अपने घर बेटियों की परीक्षा दिलवाने आए थे, लेकिन अब वहीं फंस गए हैं.
बीते छह महीने में धीरे-धीरे सारा जमा पूंजी खत्म हो गई. मुंबई लौटना मुमकिन नहीं था, इसलिए घर का खर्च उठाने के लिए वह ठेले पर सब्जी लेकर सड़कों पर निकल पड़े. रामवृक्ष ने टीवी के अलावा फिल्मों के लिए भी काम किया है.
यशपाल शर्मा, मिलिंद गुणाजी, राजपाल यादव, रणदीप हुडा, सुनील शेट्टी जैसे बड़े कलाकारों की फिल्मों में वह असिस्टेंड डायरेक्टर भी रह चुके हैं लेकिन कोरोना महामारी ने अब उन्हें सब्जी बेचने पर मजबूर कर दिया है. हालांकि, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी है. वह कहते हैं कि काम मिलते ही वापस मुंबई लौटूंगा और फिर से सब ठीक हो जाएगा. रामवृक्ष की माली हालत की खबर अब पूरे आजमगढ़ में फैल चुकी है.