पुलिस सुरक्षा पाने वाले लोगों की अधिकतम संख्या पश्चिम बंगाल, पंजाब, बिहार और जम्मू-कश्मीर में है. भारत भर में पुलिस सुरक्षा पाने वाले लोगों की संख्या 2019 में 19,467 थी जो वर्ष 2018 की तुलना में लगभग नौ प्रतिशत कम है.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार यह जानकारी सामने आई है. पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि इसके अलावा, मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, न्यायाधीशों, नौकरशाहों आदि के लिए 2018 और 2019 में सुरक्षा कर्मियों की संख्या स्वीकृत क्षमता से लगभग 35 प्रतिशत अधिक है.
ब्यूरो ने एक जनवरी, 2020 तक अद्यतन किए गए पुलिस संगठनों के अपने नवीनतम आंकड़ों में बताया कि भारत भर में पुलिस सुरक्षा पाने वाले लोगों की संख्या 2019 में 19,467 थी और 2018 में 21,300 थी, यानि 1,833 (या 8.7 प्रतिशत) की कमी आई.
डेटा के मुताबिक, 2019 में सुरक्षा ड्यूटी के लिए स्वीकृत पुलिस कर्मियों की संख्या 43,556 थी, जबकि 66,043 कर्मियों को लोगों की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था.
उसमें बताया गया है कि 2018 में, स्वीकृत संख्या 40,031 थी जबकि 63,061 पुलिस कर्मियों को सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात किया गया था.
आंकड़ों के अनुसार, 2019 में पश्चिम बंगाल में अधिकतम 3,142 लोगों को पुलिस सुरक्षा मिली हुई थी, इसके बाद पंजाब में 2,594, बिहार में 2,347 और जम्मू-कश्मीर में 1,184 लोगों को पुलिस सुरक्षा मिली हुई थी.
उसमें बताया गया कि 2018 में, बिहार में सबसे अधिक 4,677 लोगों को पुलिस सुरक्षा मिली थी, इसके बाद पश्चिम बंगाल में 2,769, पंजाब में 2,522 और जम्मू-कश्मीर में 1,493 लोगों को पुलिस सुरक्षा मिली थी.
हालांकि, दिल्ली में 2018 में सुरक्षा पाने वालों की संख्या 503 और 2019 में 501 थी.