बिहार में डेंगू के मरीजों में हो रही वृद्धि के बाद अब स्वास्थ्य विभाग सजग हुआ है. पटना में डेंगू मरीजों की संख्या 500 के करीब पहुंच गई है. इधर, डेंगू और चिकनगुनिया के प्रभावी रोकथाम के लिए अति प्रभावित जिला पटना में 360 दिनों तक एडीजी मच्छर लार्वा की जांच करने का निर्णय लिया गया है.
स्वास्थ्य विभाग के आंकडों के मुताबिक, बुधवार को तीन सरकारी अस्पतालों में हुई जांच में डेंगू के 57 नये मरीज मिले हैं. सिविल सर्जन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक जिले मे इस सीजन में अब तक डेंगू मरीजों की संख्या 493 हो गयी है.
पटना जिले में बीते 10 दिनों के अंदर डेंगू के मामले बढ़ कर ढाई गुना से अधिक हो गये हैं. सिविल सर्जन कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 10 दिन पहले 11 सितंबर तक डेंगू के 189 मरीज मिले थे, वहीं यह संख्या बढ़ कर 21 सितंबर को 493 हो गयी. इनमें अधिकतर मरीजों का इलाज पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच और पटना एम्स में चल रहा है, जबकि बाकी मरीज प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं. इधर, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम अब डेंगू और चिकनगुनिया के प्रभावी रोकथाम के लिए अति प्रभावित जिला पटना में 360 दिनों तक एडीजी मच्छर लार्वा की जांच करने का निर्णय लिया गया है. एक अधिकारी ने बताया कि कम प्रभावित जिलों में 120 कार्य दिवस के रूप में उक्त जांच अभियान चलाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि डेंगू बीमारी रोकने के लिए राज्य के प्रभावित सभी जिलों में घर-घर जाकर एडीज मच्छर के लार्वा की खोजकर उसे समाप्त किया जाएगा. पटना के सिविल सर्जन डॉ के के राय ने बताया कि जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व अनुमंडलीय अस्पतालों में प्रभारी चिकित्सकों को डेंगू के प्रति अलर्ट कर दिया गया है. डॉक्टरों को आदेश जारी कर दिया गया है कि किसी भी मरीज में अगर हल्के भी लक्षण मिलते हैं, तो उसको डेंगू का टेस्ट कराएं.स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू से संबंधित दवाएं उपलब्ध करा दी गयी हैं. इस बीच, अन्य जिलों में भी डेंगू पांव पसारने लगा है. नालंदा जिले में डेंगू के 300 से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं.