भारत नेपाल सीमा स्थित महराजगंज जिला सोनौली बॉर्डर पर एक चाइनीज नागरिक को आव्रजन अधिकारियों ने रोककर घंटों पूछताछ के बाद उसे वापस नेपाल लौटा दिया है। दरअसल बीते 27 जुलाई 2018को करीब 11:00 बजे एक चाइनीज युवक नेपाली गाइड के साथ नेपाल से एक बाइक पर सवार होकर भारत नेपाल सीमा के भारतीय कस्बा सोनौली में दाखिल हुआ। वह अपने मल्टीमीडिया मोबाइल से पूरे कस्बे का भ्रमण करते हुए वीडियो क्लिप बना रहा था।
मैले कुचैले वेशभूषाधारी चाइनीज नागरिक कस्बे की मोबाइल की दुकान पर घूम कर मोबाइल खरीदने का प्रयास कर रहा था, भारतीय सीमा में घूमकर वीडियो बनाने की चर्चा जब आम हुई तो इसकी सूचना आव्रजन कार्यालय तक पहुंच गई। जिसके बाद आव्रजन अधिकारी कस्बे के रामजानकी चौराहे से चाइनीज नागरिक को अपने कार्यालय ले गए, जहाँ से घंटों पूछताछ के बाद उसे नेपाल भेज दिए जाने की खबर है। पूछताछ में पता चला कि उक्त चाइनीज नागरिक सोनौली से मात्र 4 किलो मीटर दूर स्थित नेपाल के भैरहवा एक सुनार की दुकान में नौकरी करता है। वहा से मोबाइल खरीदने के लिए नेपाल से भारत में कैसे आ गया था, किसी को पता नही चला। जबकि बार्डर पर एसएसबी और आव्रजन के जवान मुस्तैदी से तैनात है।
इस सम्बंध में आव्रजन कार्यालय के सहायक प्रभारी राजवीर सिंह ने भारतीय समाचार को बताया कि रोके गए चाइनीज नागरिक का नाम वांग जियंग लीग है। जो नेपाल से आया था । सब कुछ ठीक ठाक था। इसलिए वापस नेपाल भेज दिया गया । उनका यह भी कहना था कि कोई भी विदेशी नागरिक बिना किसी रोक टोक के आव्रजन कार्यालय तक आ सकता है।
सूत्र बताते हैं कि उक्त विदेशी नागरिक भेष भूषा बदल कर भारत नेपाल सीमा पर स्थित सुरक्षा एजेंसियों को चकमा दे कर भारतीय सीमा में प्रवेश कर गया और नेपाली युवक सुरेश के साथ सोनौली कस्बे में घण्टो घूमता रहा। पूछताछ में विदेशी नागरिक ने यह भी बताया कि सोनौली बार्डर पर बाइक से प्रवेश करते समय किसी ने नेपाली समझ कर हमे नही रोका इसलिये हम भारत मे प्रवेश कर गए।