भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना दिवस के आलोक में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर तीन दिवसीय ‘गाय बचाओ-किसान बचाओ’ कांग्रेस संदेश यात्रा निकाले जाने से पहले ही पुलिस ने यात्रा के आयोजक एवं महानगर कांग्रेस अध्यक्ष को सुबह से ही उनके आवास पर नजरबंद कर दिया और दोपहर बाद रैली संपन्न होने तक पुलिस उनके पर घर पर मौजूद रही.
गौरतलब है कि कांग्रेस पदाधिकारियों को मथुरा के हर विधानसभा क्षेत्र से ‘गाय बचाओ-किसान बचाओ’ रैली निकालनी थी, जिसके लिए जिलाध्यक्ष दीपक चौधरी को गोवर्धन विधान सभा क्षेत्र का जिम्मा दिया गया था और महानगर अध्यक्ष एडवोकेट उमेश शर्मा को मथुरा विधान सभा का.
शर्मा पिछले कई दिनों से सफल रैली के आयोजन की तैयारियों में जुटे हुए थे, लेकिन बुधवार को जब रैली निकालने का मौका आया तो पुलिस ने उन्हें सुबह से ही उनके घर पहुंच कर उन्हें नजरबंद कर दिया.
उनके घर पर एक उप निरीक्षक समेत करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए जो दोपहर बाद रैली समाप्त होने तक डटे रहे और उसके बाद चले गए.
इसके बाद उन्होंने कहा, ‘भाजपा सरकार का यह व्यवहार ठीक वैसा ही है, जैसा कि आजादी के आंदोलन के दौरान अंग्रेज सरकार कांग्रेस के आंदोलनकारी नेताओं के साथ करती थी. लेकिन यह तय है कि जिस प्रकार कांग्रेस ने अंग्रेजों को भारत से निकाल फेंका, ठीक उसी प्रकार कांग्रेस भाजपा की सरकार को भी उखाड़ फेंकेगी. जो खुद को गाय और किसान का हितैषी बताने के बाद उनके लिए सही काम नहीं कर रही.’
गौरतलब है कि महानगर अध्यक्ष की अनुपस्थिति में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यालय पर जुटे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष एवं महानगर महामंत्री विपुल पाठक की अगुआई में होलीगेट से कोतवाली रोड, भरतपुर गेट, घीया मंडी, चैक बाजार, विश्राम घाट, छत्ता बाजार होते हुए विकास बाजार स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा तक रैली निकाली. जिसमें पार्टी के पूर्व व वर्तमान जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए.