पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर बन रही फिल्म ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। कांग्रेस और एनसीपी ने आरोप लगाया है कि इस फिल्म को बनाने में काले पैसे का इस्तेमाल हो रहा है। इनका कहना है कि महाराष्ट्र के चीनी मिल घोटाले का पैसा इस फिल्म को बनाने में लगाया गया है।
दरअसल कांग्रेस और एनसीपी ने आरोप लगाया है कि सुगर फैक्ट्री घोटाले से अर्जित किए गये पैसे में से 328 करोड़ रुपये इस फिल्म को बनाने में लगाया गया है। क्यूँकि सुगर फैक्ट्री घोटाले के मुख्य आरोपी रत्नाकर गुट्टे के बेटे विजय गुट्टे इस फिल्म को प्रोड्यूस कर रहे हैं।हालाकिं विजय इससे पहले बदमाशियां और इमोशनल अत्याचार दो फिल्मों को प्रोडयूस कर चुके हैं।
वहीँ कांग्रेस के स्पोक्सपर्सन सचिन सांवत ने ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के मेकर्स और आरएसएस के कनेक्शन की बात कही है। लेकिन रत्नाकर गुट्टे ने संघ से किसी तरह के कनेक्शन से इंकार किया है। रत्नाकर गुट्टे का कहना है कि उनके बेटे विजय गुट्टे के प्रोफेशनल करियर से उनका कोई लेना देना नहीं है।
जबकि एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी फिल्म में घोटाले का पैसा लगाए जाने की बात कही है साथ ही उन्होंने बीजेपी और फिल्म मेकर्स के कनेक्शन के मामले को उठाया है। हालांकि महाराष्ट्र बीजेपी के स्पोक्सपर्सन माधव भंडारी का कहना है कि बीजेपी का रत्नाकर गुट्टे से कोई लेना देना नहीं है असल में उनका ताल्लुक एनसीपी से है।
दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जीवन से जुड़ी एक फिल्म में बॉलिवुड ऐक्टर अनुपम खेर उनका किरदार निभा रहे हैं। यह फिल्म मनमोहन के मीडिया अडवाइजर रहे संजय बारू की किताब पर आधारित होगी। बारू की किताब ‘द ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर: द मेकिंग ऐंड अनमेकिंग ऑफ मनमोहन सिंह’ 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले बाजार में आई थी। इसमें मनमोहन के प्रधानमंत्री के तौर पर पहले कार्यकाल की तीखी समीक्षा की गई है।