सरकार ने कहा कि भारत में कोविड-19 के डेल्टा प्लस वेरिएंट के करीब 300 मामले मिले हैं और वैक्सीन इस वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी पाया गया है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने प्रेस ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में कहा कि डेल्टा प्लस वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन की प्रभावशीलता की जांच की गयी है.
बलराम भार्गव ने कहा कि डेल्टा प्लस वेरिएंट के सामने आने के कुछ महीने हो गए हैं. पहले 60-70 मामले मिले थे, अब डेल्टा प्लस के करीब 300 मामले हैं. उन्होंने कहा कि डेल्टा प्लस के खिलाफ भी टीके को प्रभावी पाया गया है. कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट की पहचान 11 जून को की गयी थी और इसे चिंता पैदा करने वाली श्रेणी में शामिल किया गया था.
देश में गुरुवार तक लोगों को कोविड-19 टीके की 67 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी. शाम सात बजे की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को टीके की 64.70 लाख से अधिक (64,70,901) खुराक दी गईं. मंत्रालय ने कहा कि दिन की अंतिम रिपोर्ट देर रात संकलित किए जाने के बाद दैनिक टीकाकरण आंकड़े में वृद्धि की उम्मीद है. मंत्रालय ने रेखांकित किया कि जिन लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण गंभीर रूप से बीमार होने का अधिक खतरा है, उनके बचाव के उपकरण के रूप में टीकाकरण की उच्चतम स्तर पर नियमित रूप से समीक्षा और निगरानी की जाती है.
देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 47,092 नए मामले आने के बाद संक्रमण की चपेट में अब तक आए लोगों की संख्या बढ़कर 3,28,57,937 हो गई है. वहीं, इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर अब 3,89,583 हो गई है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 509 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,39,529 हो गई. देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,89,583 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.19 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मामलों में कुल 11,402 की बढ़ोतरी दर्ज की गई. मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.48 फीसदी है.