प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बुद्ध पूर्णिमा कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. यह कार्यक्रम कोरोना वायरस से पीड़ितों और कोरोना योद्धाओं के सम्मान में आयोजित किया जा रहा है. दुनिया में कोरोना महामारी के प्रभाव के कारण इस बार बुद्ध पूर्णिमा समारोह एक वर्चुअल वेसाक दिवस के रूप में मनाया जा रहा है.
कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए इस साल सावधानी बरती जा रही है. इस बार सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए बुद्ध पूर्णिमा समारोह वर्चुअल स्तर पर आयोजित किया जाएगा. बुद्ध पूर्णिमा पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाषण भी देंगे. यह आयोजन कोविड-19 के पीड़ितों और फंट्रलाइन वारियर्स, जैसे मेडिकल स्टाफ, डॉक्टर और पुलिसकर्मी तथा अन्य के सम्मान में आयोजित किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा समारोह में हिस्सा लेंगे. अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महासंघ (आईबीसी) के सहयोग से संस्कृति मंत्रालय दुनियाभर के बौद्ध संघों के सर्वोच्च प्रमुखों की भागीदारी के साथ एक आभासी प्रार्थना (वर्चुअल प्रेयर) कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है.
इस मौके पर होने वाली प्रार्थना समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग बौद्ध धर्म से जुड़े सभी प्रमुख स्थलों से होगी. इन स्थलों में नेपाल में लुंबिनी गार्डन, बोधगया में महाबोधि मंदिर, सारनाथ में मूलगंध कुटी विहार, कुशीनगर में परिनिर्वाण स्तूप, श्रीलंका में पवित्र और ऐतिहासिक अनुराधापुरा स्तूप तथा अन्य लोकप्रिय बौद्धस्थल शामिल हैं.
वर्चुअल आयोजन गुरुवार सुबह 6.30 बजे शुरू होगा और शाम 7.45 बजे तक चलेगा. प्रधानमंत्री मोदी का 10 मिनट का कीनोट भाषण सुबह 8.05 बजे शुरू होगा. उसके पहले संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल और अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री किरेन रिजिजू आयोजन में हिस्सा लेंगे.
वेसाक बुद्ध पूर्णिमा को तिहरे धन्य दिवस यानी तथागत गौतम बुद्ध के जन्म, ज्ञान की प्राप्ति और महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में माना जाता है, लेकिन ऐसे समय में जब पूरी दुनिया कोरोना जैसी घातक महामारी के कारण घरों में बंद है और घर से ही काम करने के लिए मजबूर है, इस तरह के पवित्र आयोजन को भी समाजिक दूरी के नियमों को ध्यान में रखकर आयोजित किया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कोरोना वैक्सीन डेवलपमेंट, ड्रग डिस्कवरी, डायग्नोसिस और टेस्टिंग पर टास्क फोर्स टीम के साथ बैठक की और अब तक के डेवलपमेंट के बारे में जानकारी हासिल की.
पीएमओ की ओर से जारी सूचना के अनुसार, भारत में कोरोना वैक्सीन डेवलपमेंट की प्रक्रिया में 30 से अधिक भारतीय वैक्सीन विकास के अलग-अलग चरणों में हैं और कुछ ट्रायल स्तर पर हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हीं सब चीजों के मद्देनजर कोरोना से लड़ने के लिए चल रही तैयारियों को लेकर चर्चा की.