लॉकडाउन (Lockdown) के चलते उत्तर प्रदेश के हजारों मजदूर गुजरात (Gujarat) में भी फंसे हुए हैं. गुजरात के भावनगर से बस्ती आ रही ट्रेन में एक 29 वर्षीय युवक की मौत हो गई है. युवक का नाम कन्हैया लाल था और वह सीतापुर के तालगांव इलाके का रहने वाला था. मौत के वक्त युवक ट्रेन में ऊपर की बर्थ पर सो रहा था.
झांसी (Jhansi) में युवक पहले नीचे की बर्थ पर कुछ देर के लिए बैठा भी था, फिर अचानक उसकी मौत हो गई. लखनऊ (Lucknow) में गाड़ी को रोककर शव को उतार लिया गया. गाड़ी भावनगर से सीधे बस्ती के लिए रवाना हो रही थी इसलिए बीच में कहीं और नहीं रोका गया. शव मिलने के बाद यात्रियों में हड़कंप मच गया है.
युवक की मौत के बाद ट्रेन को लखनऊ में रोक लिया गया. शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. मृतक के परिवारवालों को सूचना दे दी गई है. अब तक मौत की वजह का पता नहीं चल सका है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही खुलासा हो सकेगा कि युवक की मौत के पीछे क्या कारण था.
लॉकडाउन के चलते गुजरात में हजारों मजदूर फंसे हुए हैं. कामकाज ठप होने की वजह से उनके सामने आजीविका का संकट है. ऐसे में दूसरे राज्य में प्रवासी मजदूरों का रहना मुश्किल हो रहा है. राज्यों के बीच सहमति बनने के बाद बड़ी संख्या में मजदूरों को उनके गृह राज्य वापस भेजा जा रहा है.गुजरात कोरोना वायरस (Coronavirus) से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है. यहां अब तक कुल 7,402 लोग कोरोना वायरस संक्रमण के शिकार हो चुके हैं, वहीं 1,872 लोग इलाज के बाद ठीक हो गए हैं. 449 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है.