देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है ऐसे में कोविड अनुरूप व्यवहार जैसे मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के पालन पर ज़ोर दिया जा रहा है है. तो वहीं आईसीएमआर में महामारी विभाग के पूर्व हेड डॉ. रमन गंगाखेडकर ने लोगों से अपील की है कि वे वैक्सीन लें और कोरोना महामारी संबंधित अन्य नियमों का पालन करें.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए डॉ. रमन गंगाखेडकर ने कहा कि, अभी तक कोरोना का कोई नया वेरिएंट सामने नहीं आया है. वे लोग जिनकी उम्र ज्यादा है, वे लोग जिन्होंने अब तक कोविड वैक्सीन नहीं ली है और वे लोग जो इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, उन्हें फेस मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए.
डॉ. रमन गंगाखेडकर ने कहा मुझे नहीं लगता है कि इस वायरस का मौजूदा संक्रमण चौथी कोरोना की चौथी लहर है. पूरी दुनिया में ओमिक्रॉन वेरिएंट के सब वेरिएंट BA.2 के कारण बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों के बावजूद हम लोग मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं और गलतफहमी में हैं कि अब संक्रमण का कोई खतरा नहीं है.
इससे पहले आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा था कि, सामाजिक गतिविधियां बढ़ने, मास्क नहीं पहनने और सावधानी नहीं रखने की वजह से कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है. हालांकि प्रोफेसर अग्रवाल ने भी कहा है कि, फिलहाल कोरोना की चौथी लहर के कोई संकेत नहीं है.
इसके अलावा महामारी विशेषज्ञ और अन्य एक्सपर्ट्स ने लोगों से मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की है ताकि संक्रमण के संभावित खतरे से बचा जा सके. बता दें कि दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक समेत कई राज्यों में कोरोना के एक्टिव केस तेजी से बढ़े हैं, जिसकी वजह से हालात चिंताजनक हो गए हैं.