टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) उन चुनिंदा भारतीय दिग्गजों में शामिल हैं, जिनके फैंस की लिस्ट क्रिकेट पिच से सालों पहले रिटायरमेंट लेने के बावजूद कम होने की बजाय बढ़ी है. ‘दादा’ के नाम से मशहूर सौरव की फैन फॉलोइंग में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और 80 के दशक के सबसे स्टाइलिश क्रिकेटरों में से एक डेविड गॉवर (David Gower) भी शुमार हो गए हैं.
गॉवर ने क्रिकेटर के तौर पर सौरव की जमकर तारीफ करने के अलावा उनके भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के ताजा कार्यकाल की भी तारीफ की है. उन्होंने ये भी कहा कि भारतीय क्रिकेट सौरव के नेतृत्व में एक नए युग में जा सकती है. लेकिन साथ ही उन्होंने एक बड़ी भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि सौरव जल्द ही क्रिकेट की वैश्विक संस्था आईसीसी के भी अध्यक्ष बन सकते हैं.
ट्विटर पर एक फैंस इंटरेक्टिव शो के दौरान डेविड गॉवर ने सौरव को एक बेहतरीन एडमिनिस्ट्रेटर बताया. उन्होंने कहा कि एक अच्छा एडमिनिस्ट्रेटर होने के लिए जितने गुणों की जरूरत होती है, सौरव में वो सबकुछ है. उन्होनें कहा, मैंने सौरव के साथ सालों बातचीत की हैं. वे एक बहुत बेहतरीन खिलाड़ी थे और उनके रिकॉर्ड ये बात खुद बोलते हैं. सौरव के पास बीसीसीआई के प्रभारी के रूप में सबसे मुश्किल काम है, लेकिन मैं कहूंगा कि अब तक के संकेत बहुत अच्छे हैं. वह लोगों की सुनते हैं, अपनी राय देते हैं और आवश्यकता पड़ने पर हौले से पेंच कसने में भी नहीं चूकते हैं. ये सब एक बेहतरीन एडमिनिस्ट्रेटर के ही गुण होते हैं.
गॉवर ने कहा, पिछले कुछ सालों के अपने अनुभव के लिहाज से कहूं तो अगर आप बीसीसीआई को चलाने जा रहे हैं, तो आपको एक बहुत ही विनम्र राजनीतिज्ञ बनना पड़ता है. आपको लाखों अलग-अलग बातों को नियंत्रित करना पड़ता है. निश्चित तौर पर आपको भारत के एक अरब लोगों के लिए जवाबदेह बनना पड़ता है. हम सभी जानते हैं कि भारत में क्रिकेट के लिए अपार आकर्षण है. लेकिन मुझे लगता है कि सौरव बहुत क्या, बहुत ज्यादा अच्छे इंसान हैं, लेकिन उनके पास वह आवश्यक राजनीतिक कौशल भी है. वे चीजों को ज्यादा सही रवैये के साथ एक साथ रख सकते हैं और वे बेहतरीन काम करेंगे.
इंग्लैंड के लिए 8 हजार से ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले गॉवर ने कहा कि सौरव एक दिन बीसीसीआई में अच्छा काम करने की बदौलत खुद को आईसीसी में पाएंगे. वे आईसीसी अध्यक्ष बनेंगे, लेकिन मेरे हिसाब से बीसीसीआई प्रमुख होना किसी भी दिन ज्यादा बड़ा काम है. उन्होंने कहा, मैं वास्तव में कहूंगा कि अधिक महत्वपूर्ण काम, ईमानदार होकर बीसीसीआई चलाना है. आईसीसी का नेतृत्व करना एक बड़ा सम्मान है, आईसीसी में रहकर बहुत कुछ किया जा सकता है. लेकिन रैंकिंग देखिए, यह देखिए की पॉवर किस जगह प्रमुख बनने पर है. बीसीसीआई निश्चित रूप से आईसीसी से बड़ा काम है.