प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत ने हमेशा युद्ध को अंतिम विकल्प के रूप में देखा है, लेकिन सशस्त्र बलों के पास देश पर बुरी नजर रखने वाले किसी भी व्यक्ति को मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत और रणनीति है. इस दौरान पीएम मोदी ने जवानों के साथ वंदे मातरम गीत भी गाया. गौरतलब है कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से पीएम मोदी दिवाली मनाने के लिए विभिन्न सैन्य केंद्रों का दौरा करते रहे हैं.
पीएम मोदी ने दिवाली पर यहां सशस्त्र बलों को संबोधित करते हुए 1999 में करगिल संघर्ष के बाद इस सीमावर्ती क्षेत्र की अपनी यात्रा को भी याद किया, जब भारतीय सेना ने आतंक के फन को कुचला था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ ऐसा कोई युद्ध नहीं हुआ है जब करगिल ने विजय पताका नहीं फहराया है. उन्होंने कहा कि दिवाली आतंक के अंत के उत्सव का प्रतीक है.
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में, सरकार ने नई प्रौद्योगिकियों को अपनाकर सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास और बलों में महिलाओं को शामिल कर सशस्त्र बलों में सुधारों को लागू करने पर काम किया है. पीएम ने कहा कि सशस्त्र बलों में महिलाओं के शामिल होने से हमारी ताकत बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों में दशकों से सुधार की जरूरत थी, जिन्हें अब लागू किया जा रहा है.
इस दौरान जब एक युवा सैन्य अधिकारी ने 2001 में मोदी के गुजरात का मुख्यमंत्री रहने के दौरान उनके साथ ली गई एक तस्वीर उन्हें भेंट की, तो भावुक पल सामने आया. यह तस्वीर उस वक्त ली गई थी, जब मोदी सैनिक स्कूल गए थे, जहां वह सैनिक पढ़ा करता था. तस्वीर में अमित और एक अन्य छात्र मोदी से शील्ड लेते हुए दिख रहे हैं.
अधिकारियों ने बताया कि मेजर अमित ने गुजरात के बालाचड़ी में सैनिक स्कूल में मोदी से मुलाकात की थी. पीएम मोदी राज्य का मुख्यमंत्री बनने के तत्काल बाद अक्टूबर में उस स्कूल गए थे. एक अधिकारी ने कहा, “आज करगिल में दोनों फिर जब एक-दूसरे से मिले तो यह बहुत भावुक मुलाकात थी.”
पीएम मोदी 2014 में सत्ता में आने के बाद से दिवाली मनाने के लिए विभिन्न सैन्य केंद्रों का दौरा करते रहे हैं. उन्होंने वर्ष 2014 में सियाचिन ग्लेशियर में जवानों के साथ दिवाली मनाई थी. इसके अगले साल पाकिस्तान से 1965 के युद्ध के 50 साल पूरे होने के मौके पर उन्होंने दिवाली के दिन पंजाब में तीन स्मारकों का दौरा किया था जहां पर भारतीय सेना ने लड़ाई लड़ी थी और जो देश की जीत में अहम साबित हुई थी.
वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री दिवाली के अवसर पर हिमाचल प्रदेश में चीन सीमा के नजदीक सुमदो में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस(आईटीबीपी) जवानों, डोगरा स्काउट और सेना के जवानों से मिलने गए थे. मोदी ने वर्ष 2017 में दिवाली के दिन उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर का दौरा किया था और वर्ष 2018 में उत्तराखंड के हर्षिल में दिवाली मनाने के बाद उन्होंने केदानाथ के दर्शन किए थे.
लोकसभा चुनाव में दोबारा जीत हासिल करने के बाद फिर से प्रधानमंत्री बने मोदी ने 2019 में जम्मू-कश्मीर के राजौरी में दिवाली मनाई थी. वर्ष 2020 में वह लोंगेवाला सीमा चौकी पर प्रकाश उत्सव मनाने गए थे जबकि पिछले साल उन्होंने नौशेरा में जवानों के साथ दिवाली मनाई थी. इस बार उन्होंने करगिल में जवानों के साथ दिवाली मनाई है.