तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि का चेन्नई के मरीना बीच पर राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। करुणानिधि की अंतिम यात्रा में काफी संख्या में लोग शामिल हुए। डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि को तमिलनाडु के पहले मुख्यमंत्री रहे अन्ना दुरै के बगल में दफन किया गया है।
करुणानिधि का पार्थिव शरीर सेना की खुली गाड़ी में मरीना बीच तक लाया गया। इस दौरान उनके बेटे एमके स्टालिन और परिवार के दुसरे सदस्य नम आंखों के साथ उनके साथ चल रहे थे। करुणानिधि के पार्थिव शरीर को राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा गया और उन्हें काला चश्मा, पीली शॉल, सफेद कमीज और धोती पहनाई गई थी।
एम करुणानिधि के निधन से तमिलनाडु समेत पूरे देश में शोक की लहर है। राज्य में एक दिन का अवकाश और सात दिन का शोक घोषित किया गया है। हालाकिं एम करुणानिधि के निधन के बाद उनको दफनाने को लेकर विवाद शुरू हो गया था। जहाँ एक तरफ एम करुणानिधि की पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) और उनके समर्थकों ने मांग की थी कि उन्हें चेन्नई के मशहूर मरीना बीच पर दफनाया जाए और उनका समाधि स्थल भी बने। लेकिन तमिलनाडु सरकार ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था। इसी को लेकर मद्रास हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जिसके बाद न्यायालय ने दिवंगत द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) नेता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि पार्थिव के शरीर को मरीना बीच पर दफनाए जाने की अनुमति दे दी ।