तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि के पार्थिव शरीर को मरीना बीच पर दफनाए जाने का रास्ता साफ़ हो गया है। जहाँ एक तरफ राज्य में एक दिन का अवकाश और सात दिन के शोक की घोषणा की गई है। वहीँ दूसरी तरफ एम. करुणानिधि के निधन के बाद उनको दफनाने को लेकर विवाद शुरू हो गया था।
दरअसल एम.करुणानिधि की पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) और उनके समर्थकों ने मांग की थी कि उन्हें चेन्नई के मशहूर मरीना बीच पर दफनाया जाए और उनका समाधि स्थल भी बने। लेकिन तमिलनाडु सरकार ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था। इसी को लेकर मद्रास हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। मद्रास उच्च न्यायालय ने बुधवार को दिवंगत द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) नेता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि पार्थिव के शरीर को मरीना बीच पर दफनाए जाने की अनुमति दे दी है।
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के वकील के मुताबिक मद्रास उच्च न्यायालय ने करुणानिधि का अंतिम संस्कार मरीना बीच पर करने की अनुमति दे दी है। इसके अलावा कोर्ट ने आदेश दिया है कि तमिलनाडु सरकार उनका मेमोरियल भी बनाए।
( बृजेश तिवारी की रिपोर्ट )