स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले से इसरो के महत्वकांक्षी ‘गगनयान मिशन’ की घोषणा की थी। जिसके बाद कहा जा रहा है कि अगर यह सफल हो जाता है तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चौथा देश बन जाएगा जिसने अंतरिक्ष में मानव को भेजा होगा। लेकिन क्या आप जानतें है कि देश के ह्यूमन स्पेस फ्लाइट प्रोग्राम का नेतृत्व करने के लिए एक महिला को चुना गया है जिन्होंने भारत के रॉकेट प्रोग्राम तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस महत्वाकांक्षी मिशन का नेतृत्व करने वाली महिला का नाम है डॉ. ललिताम्बिका।
डॉ. ललिताम्बिका के पास न सिर्फ तकनीकी बल्कि प्रबंधकीय अनुभव भी है। डॉ. ललिताम्बिका विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर की उप निदेशक के तौर पर काम कर चुकी हैं। इस पद रहते हुए उन्होंने 104 सैटेलाइट लॉन्च करने वाली टीम का नेतृत्व किया था और इस उपलब्धि को दुनियाभर में सराहना मिली थी। इससे पहले रूस का 37 सैटेलाइट लॉन्च करने का रिकॉर्ड रहा है।
डॉ. ललिताम्बिका ने अपना करियर साल 1998 में केरला के तिरुवनन्तपुरम के विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर से शुरू किया था और वहां कई अहम् प्रोजेक्ट्स को सफलता पूर्वक पूरे किए। उनका इसरो के साथ काम करने का 30 साल लंबा अनुभव है। डॉ. ललिताम्बिका पीएसएलवी और जीएसएलवी के लिए ऑटोपायलट डिजाइनर्स की टीम की महत्वपूर्ण सदस्य है। लॉन्च वीकल टेक्नॉलजी में योगदान के लिए ललिताम्बिका को ऐस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया का ऐक्सिलेंस अवॉर्ड मिल चुका है।