बिहार, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बुधवार को सुबह करीब 10:15 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.5 आंकी गई है। हालांकि किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है और अन्य आंकड़ों की प्रतीक्षा की जा रही है। बताया जा रहा है कि करीब 25 से 30 सेकंड तक भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।
बुधवार सुबह आए भूकंप का केंद्र असम के कोकराझार में था। सुबह सवा 10 बजे के करीब भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका असर बिहार के पूर्णिया, अररिया, कटिहार, कूचबिहार, किशनगंज और पटना में रहा है। वहीं पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी व कुछ अन्य हिस्सों में भूकम्प के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप से घरों में पंखे हिलने लगे और लोग बाहर खुले मैदान की ओर भागने लगे।
असम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। नैशनल सिस्मॉलजी सेंटर के निदेशक विनीत गहलोत ने एक चैनल को बताया कि भूकंप सतह से करीब 10-12 किलोमीटर नीचे आया था।
इसी तरह असम, नगालैंड, मणिपुर, में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इससे पहले बुधवार को ही जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में बुधवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। कश्मीर में भूकंप की तीव्रता 4.6 थी। भूकंप के कारण किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। कश्मीर में सुबह सवा पांच बजे भूकंप आया और इसके कुछ देर बाद करीब पौने छह बजे हरियाणा के झज्जर जिले में 3.1 की तीव्रता का भूकंप आया।
बिहार के कटिहार में 30 सेकेंड तक झटके महसूस किए गए। राजधानी पटना में भूकंप के बाद लोगों में दहशत देखी गई। लोगों में तीन साल पहले आए भूकंप की यादें ताजा हो गईं।