कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि यह अजीबो-गरीब बात है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में पहले चुनाव कराना चाहती है और फिर पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना चाहती है.
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर की दूसरी पार्टियां चाहती हैं कि पहले पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाए और फिर चुनाव कराया जाए.
पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर की दूसरी पार्टियां एवं नेता पहले पूर्ण राज्य का दर्जा चाहते हैं और फिर चुनाव चाहते हैं. सरकार का जवाब है कि पहले चुनाव और फिर पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाएगा.’’
चिदंबरम ने कहा, ‘‘घोड़ा गाड़ी को खींचता है। पूर्ण राज्य में चुनाव कराना चाहिए। इस स्थिति में ही चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र होंगे। सरकार क्यों चाहती है कि गाड़ी आगे हो जाए और घोड़ा पीछे। यह अजीबो-गरीब बात है।’’
पिछले लगभग दो साल में पहली बार जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक नेतृत्व के साथ वार्ता का हाथ बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस केंद्र-शासित प्रदेश के भविष्य की रणनीति का खाका तैयार करने के लिए बृहस्पतिवार को वहां के 14 नेताओं के साथ एक अहम बैठक की.
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधान निरस्त किए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित किए जाने के बाद यह पहली ऐसी बैठक थी जिसकी अध्यक्षता खुद प्रधानमंत्री मोदी ने की.