बिहार के पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडे (Gupteshwar Pandey) आज यानी रविवार की शाम को नीतीश कुमार की अगुवाई वाली पार्टी जनता दल (Janata Dal (United)- JDU) में शामिल हो गए. कुछ दिनों पहले उन्होंने अपने पद से VRS ले लिया था.जिसके बाद सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा जोरो पर थी कि वो जल्द हीं किसी पार्टी में शामिल हो सकते हैं. रविवार की शाम गुप्तेश्वर पांडे ने पटना में सीएम नीतीश कुमार के आवास पर JDU में शामिल हो गए.
पूर्व DGP गुप्तेशवर पांडे ने कहा कि मैं शुरू से ही उनसे (नीतीश कुमार) प्रभावित रहा हूं जिस तरह से पुलिस को सहयोग करने का काम, आपराधिक और असामाजिक तत्वों के प्रति पूरी सख्ती बरतने के आदेश दिए. किसी भी प्रशासनिक कार्रवाई में किसी भी तरह का हस्तक्षेप उन्हें बर्दाश्त नहीं था ये बात मुझे बहुत अच्छी लगी. पांडे ने ये भी कहा कि आगे मेरे दल के नेताओं का जो आदेश होगा उसके हिसाब से मैं काम करूंगा. मैं दल का अनुशासित सिपाही हूं. चुनाव लड़ना या नहीं लड़ना ये मेरा फैसला नहीं हो सकता.
#Patna: Former Bihar DGP Gupteshwar Pandey, joins JDU today
“I was called by CM himself & asked to join. Whatever the party asks me to do, I will do. I don’t understand politics. I am a simple person who has spent his time working for the downtrodden section of society,” he says pic.twitter.com/6tdJ7PgPrS
— ANI (@ANI) September 27, 2020
आपको बता दें कि VRS लेने के बाद वो खुलकर किसी पार्टी में शामिल होने और चुनाव लड़ने का दावा नहीं कर रहे थे लेकिन, पार्टी ज्वाइन करने के बाद अब ये तय माना जा रहा है कि वो आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुप्तेश्वर पांडेय ने शनिवार को JDU के प्रदेश मुख्यालय जाकर सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से मुलाकात की. पांडे की नीतीश कुमार से करीब 30 मिनट तक बातचीत हुई थी. इसके बाद उनके JDU में शामिल होकर तीर चलाने और प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गईं थीं.
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पांडे के लिए वाल्मीकी नगर लोकसभा सीट (Valmiki Nagar Lok Sabha seat) से विचार विमर्श किया जा सकता है. इस सीट पर उपचुनाव होने हैं. यहां के सांसद वैद्यनाथ महतो के निधन के कारण यह सीट खाली हुई है.
1987 बैच के आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडेय का कार्यकाल पांच महीने बाद समाप्त होने वाला था. 31 जनवरी 2019 को उन्हें सूबे का डीजीपी बनाया गया था. राज्य के पुलिस महानिदेशक के रूप में गुप्तेश्वर पांडेय का कार्यकाल 28 फरवरी 2021 को पूरा होने वाला था.