कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते पूरी दुनिया में लॉकडाउन (Lockdown) की स्थिति पैदा हो गई. ज़्यादातर देशों में कामधंधे चौपट हो गए. कच्चा माल और कई सामान गोदामों में रखे रखे ही ख़राब हो गए. सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) के कारण दुनियाभर में बार और रेस्तरां बंद करने पड़े. ऐसे में फ्रांस (France) मेंकरीब 30 करोड़ लीटर वाइन (Wine) बर्बाद हो गई है.जिससे काफ़ी नुक़सान हुआ.
इंग्लैंड के अखबार द गार्डियन (The Guardian) के मुताबिक वाइन बनाने वाली कंपनियों को भारी नुकसान हुआ है. तो वहीं अब वाइन का नया सीजन शुरू होने के चलते वाईन की नई खेप तैयार की जाएगी, लेकिन सबसे बड़ी समस्या पुराने स्टाक को लेकर है.
बताया जा रहा है कि अकेले फ्रांस में 30 करोड़ लीटर वाइन को डिस्टिलाइज करना पड़ेगा. मतलब इन्हें किसी और रूप में इस्तेमाल करना होगा, ताकि गोदाम में नई वाइन के लिए जगह बनाई जा सके. इस समस्या की पहली वजह तो लॉकडाउन है , जिसमें बार या शराब की दुकानें बंद करनी पड़ीं और लोग शराब नहीं खरीद नहीं सके. तो वहीं दूसरी तरफ़ अमेरिका ने वाइन के आयात पर 25% टैरिफ लगा दिया. जिससे वहाँ इसकी मांग काम हो गई.
ऐसे में अब फ्रांस (France) में 33 डिस्टलरीज को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे देश में 20 करोड़ लीटर वाइन जमा करें, इस वाइन से अब एथेनॉल या हैंड जेल बनाया जाएगा, जो सैनिटाइजर के रूप में इस्तेमाल होगा. तो वहीं बाक़ी 10 करोड़ लीटर वाइन के बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. लेकिन यह भी साफ़ है कि इसे भी किसी ना किसी रूप में इस्तेमाल करना पड़ेगा.
हालकिं वाइन व्यापारियों का कहना है कि इससे उन्हें काफी नुकसान होगा. वैसे ये हालत सिर्फ फ्रांस नहीं, बल्कि इटली (Itlay) और स्पेन (spain) जैसे कई देशों में है. यही वजह है कि यूरोपियन यूनियन और इन देशों ने इन व्यापारियों की मदद के लिए योजना बनाई है. इसके तहत इन व्यापारियों को 100 लीटर वाइन पर 78 यूरो (करीब 6670 रुपए) दिए जाएँगे .