गणेश चतुर्थी पर्व 22 अगस्त को मनाया जाएगा. इस शुभ दिन पर एक विशेष संयोग बन रहा है. दरअसल गणेश चतुर्थी पर 126 साल बाद सूर्य और मंगल अपनी-अपनी स्वराशि में स्थित हैं. सूर्य अपनी राशि में सिंह में स्थित है तो वहीं मंगल भी अपनी मेष राशि में स्थित है. दोनों ग्रहों का ये संयोग कुछ राशियों के लिए अत्यंत शुभ है. आइए जानते हैं सभी राशियों पर इसका प्रभाव.
मेष
पंचम भाव में सूर्य शुभ कार्यों में वृद्धि करेगा. आप अपनी नई कार्य योजनाओं को धरातल पर उतारने में सफल होंगे.
वृषभ
वृषभ राशि के लिए यह संयोग शुभ नहीं है. चौथे भाव का सूर्य आपके सुखों में कमी ला सकता है. इस दौरान आपको पारिवारिक कलह का सामना करना पड़ सकता है.
मिथुन
सूर्य आप में ऊर्जा शक्ति का भंडार भर देगा, साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी, जिद्दी स्वभाव पर नियंत्रण रखने की जरुरत.
कर्क
कोई बड़ा काम पूरा होगा, आर्थिक स्थिति मजबूत होगा, जीवन में सुख और शांति बढ़ेगी, किसी को कड़वे शब्द न बोलें
सिंह
समय आपके लिए उत्तम होगा. किंतु यह समय आपकी परीक्षा का भी है इसलिए अपने क्रोध पर नियंत्रण रखते हुए तथा ऊर्जाशक्ति का सही दिशा में उपयोग करते हुए कार्य करें
कन्या
राशि से हानि भाव में सूर्य का गोचर मिलाजुला फल कारक सिद्ध होगा. कष्ट कारक यात्रा भी करनी पड़ सकती है धन हानि होने की संभावना है.
तुला
आमदनी बढ़ेगी. कोई बड़ी उपलब्धि हासिल हो सकती है. चुनाव संबंधी कोई भी निर्णय लेना चाह रहे हों तो उसमें भी सफलता मिलेगी.
वृश्चिक
नौकरीपेशा लोगों को नई जिम्मेदारी मिल सकती है. कार्यक्षेत्र में सफलता और सरकारी नौकरी में प्रमोशन की संभावना बन रही है.
धनु
आपके भाग्य में वृद्धि होगी. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. धर्म-कर्म के कार्यों में आपकी सहभागिता बढ़ेगी
मकर
अचानक से आर्थिक लाभ मिल सकता है. रिसर्च के छात्रों के लिए यह अवधि अनुकूल होगी.
कुंभ
राशि से सप्तम भाव में सूर्य का गोचर कार्य व्यापार में उन्नति तो देगा ही आय में वृद्धि भी होगी. नए अनुबंध पर हस्ताक्षर भी कर सकते हैं, किंतु दांपत्य जीवन के लिए यह संयोग अच्छा नहीं रहेगा.
मीन
राशि से छठे शत्रुभाव में सूर्य का गोचर भी आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है किंतु, अत्यधिक खर्च के कारण आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है.