आज अनंत चतुर्दशी के दिन पूरे धूमधाम से देशवासी “गणपति बप्पा” को विदाई दे रहें हैं। वहीँ देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सुरक्षा व्यवस्था के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। मुंबई के अलग अलग हिस्सों में गणेश विसर्जन को लेकर भव्य तैयारियां की गई हैं, जहाँ गणेश भगवान की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है। इस बार गणेश चतुर्थी का उत्सव 13 सितंबर 2018 से लेकर 23 सितंबर तक मनाया गया। अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन को लेकर कुछ पौराणिक मान्यताएं भी हैं।
बताया जाता है कि महर्षि वेदव्यास ने गणेश चतुर्थी के दिन से भगवान गणेश को महाभारत की कथा सुनाना शुरू किया था। लगातार दस दिनों तक वेदव्यास आंखे बंद कर भगवान गणेश को कथा सुनाते रहे। दस दिनों के बाद जब कथा पूरी हुई तो वेदव्यास ने आंखे खोली तो देखा, लगातार लिखते हुए गणेशजी के शरीर का तापमान तेज हो गया था। जिसे कम करने के लिए वेदव्यास ने तालाब में गणेश जी को स्नान कराते हैं। जिस दिन उन्होनें गणेश जी को स्नान कराया गया था। उस दिन अनंत चर्तुदशी थी, इसलिए इस दिन से गणेश प्रतिमा का विसर्जन किया जाने लगा।