केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कहा कि वैश्विक स्तर पर चल रहे मानव तस्करी के गठजोड़ से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने ऐसे केंद्र स्थापित करने का फैसला किया है, जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संकट में फंसी महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा मिल सके.
मानव तस्करी के उन्मूलन पर राष्ट्रीय परामर्श के उद्घाटन सत्र में उन्होंने कहा कि मानव तस्करी (रोकथाम, देखभाल और पुनर्वास) विधेयक, 2021 के पारित होने के साथ, सरकार सीमा पार तस्करी से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग बढ़ाएगी.
कार्यक्रम का आयोजन कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन और उसके सहयोगी समूह ‘बचपन बचाओ आंदोलन’ द्वारा किया गया.
ईरानी ने कहा, ‘ हमने तस्करी संबंधी अंतरराष्ट्रीय गठजोड़ पर, विदेश मंत्रालय के साथ साझेदारी के तहत उन महिलाओं के लिए केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परेशानी या संकट में हैं ताकि महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा मिल सके.’
मंत्री ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि विधेयक के पारित होने से हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उस सहयोग को बढ़ाएंगे ताकि सीमा पार तस्करी से निपटाजा सके, जो महिलाओं और बच्चों की तस्करी के संबंध में चिंता का प्रमुख विषय है.’