ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देशों से 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच गुजरात आए 1720 यात्रियों में से कुल 12 यात्री कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इन मरीजों के नमूने पुणे में राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान और गांधीनगर के गुजरात जीवविज्ञान शोध केंद्र में भेजा गया है ताकि पता लगाया जा सके कि उनमें ब्रिटेन में मिला कोविड-19 का नया स्वरूप मौजूद है या नहीं. अगले आठ से दस दिनों में इसके परिणाम आ सकते हैं.
ब्रिटेन से 21 से 23 दिसंबर के बीच गुजरात आए यात्रियों की अलग-अलग एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर जांच की गयी. संक्रमित पाए गए लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
इस बीच गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की बेटी, दामाद और नाती लंदन से यहां पहुंचे जिनकी आरटी-पीसीआर जांच की गई जिसमें वे नेगेटिव पाए गए हैं. भारत ने ब्रिटेन में कोविड-19 के नए प्रकार के उभरने के बाद 23 दिसंबर से वहां से विमानों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है.
वहीं ब्रिटेन से आंध्र प्रदेश में लौटने वाले छह यात्रियों समेत उनके संपर्क में आए चार व्यक्ति अब तक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. ब्रिटेन से आंध्र प्रदेश में लौटे कुल 1216 यात्रियों में से 1187 की पहचान कर ली गई है और बाकी के 29 यात्रियों का पता लगाने का प्रयास जारी है.
कुल 1162 यात्रियों को क्वॉरंटाइन किया गया है. यहां से लौटे छह यात्री कोरोना की जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें से दो गुंटूर जिले से हैं और एक-एक क्रमश: गोदावरी, कृष्णा, अनंतपुर और नेल्लोर जिले के रहने वाले हैं.
अधिकारियों ने ब्रिटेन से लौटे यात्रियों के संपर्क में आए 3,282 लोगों की भी पहचान कर ली है और परीक्षण के लिए इनके नमूने भी भेज दिए गए हैं. इनमें से चार अब तक कोरोना पॉजिटिव निकले हैं. इनमें से एक गुंटूर जिले का है, जबकि एक नेल्लोर का रहने वाला है.