उत्तरी गुजरात तट पर तेज हवाएं चलने की संभावना के साथ, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को मछुआरों को सलाह दी कि वह शुक्रवार से तीन दिनों तक अरब सागर में न जाएं.
आईएमडी ने एक बयान में कहा कि इस अवधि के दौरान दक्षिण गुजरात तट पर मछुआरों के लिए ऐसी कोई चेतावनी नहीं है.
बयान में कहा गया है ‘‘ 27 से 29 मई, 2022 तक 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है. 27 से 29 मई, 2022 तक मछुआरों को उत्तर गुजरात तट पर समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है.’’
कच्छ, जामनगर, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में अरब सागर के तट पर काम करने वाले मछुआरों के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं.
आईएमडी ने कहा कि सौराष्ट्र क्षेत्र के राजकोट जिले के राजकोट तालुका में मंगलवार को छह मिमी बेमौसम बारिश हुई, लेकिन अगले चार-पांच दिनों में इस क्षेत्र के अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है.
आईएमडी ने दक्षिण गुजरात के जिलों के कुछ हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है.