भारत के फील्डिंग कोच टी दिलीप ने कहा कि विराट कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में अपने आक्रामक तेवरों पर रोक लगाकर धैर्य बनाए रखने का शानदार नमूना पेश किया, जिससे वह अपना 29वां टेस्ट शतक लगाने में सफल रहे।
कोहली ने शुक्रवार को 121 रन की पारी खेली जो पिछले 5 वर्षों में विदेशी धरती पर उनका पहला टेस्ट शतक है। उनकी इस पारी की बदौलत भारत ने पहली पारी में 438 रन बनाए। कोहली ने इस दौरान सर डॉन ब्रैडमैन के 29 टेस्ट शतक की बराबरी की।
दिलीप ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘सबसे अच्छी बात यह थी कि यह उनका 500वां मैच था। यह विशेष अवसर था और उन्होंने पिछले मैच की अपनी फॉर्म को बरकरार रखा। अगर आप उनकी पारी पर गौर करो तो उन्होंने अपने आक्रामक तेवरों पर अंकुश लगाया जैसा कि उन्होंने पहले टेस्ट मैच में किया था।’
उन्होंने कहा, ‘कोहली ने अपनी पारी को बहुत अच्छे तरीके से आगे बढ़ाया और इस विकेट पर जरूरी धैर्य दिखाया। कुछ मौके ऐसे भी आए जब वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की और उन्होंने इन गेंदों को पूरा सम्मान दिया। कुल मिलाकर उन्होंने जिस तरह से अपनी पारी आगे बढ़ाई वह शानदार था।’
कोहली की फिटनेस के बारे में दिलीप ने कहा, ‘जब फिटनेस को लेकर बात होती है तो वह वहां पहुंचने वाले पहले व्यक्ति होते हैं। वह शानदार फील्डर हैं और इसका श्रेय उनकी अनुशासित जीवन शैली को जाता है।’
भारत की तरफ से रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने अर्धशतक लगाए जिसे दिलीप ने टीम के लिए बहुत अच्छा संकेत बताया। उन्होंने कहा, ‘जब अश्विन और जडेजा की बात आती है तो हर कोई उनके गेंदबाजी प्रदर्शन के बारे में जानता है। लेकिन हाल में विशेषकर जडेजा ने अपनी बल्लेबाजी में बहुत सुधार किया है जिससे कि वह छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहा है। यह भारत के लिए बहुत अच्छा संकेत है।’
दिलीप ने कहा, ‘अश्विन भी बल्लेबाजी करते हुए धैर्य से काम लेता है। इन दोनों की मौजूदगी से टीम की बल्लेबाजी को मजबूती मिलती है।’