लद्दाख के चुमार में आज एक बार फिर चीन ने घुसपैठ की कोशिश की. हालांकि भारतीय सेना ने चीन के मंसूबों को नाकाम कर दिया. सूत्रों के मुताबिक, चीनी सेना सात से आठ बख्तरबंद गाड़ियों के साथ थी. सूत्रों के मुताबिक, चीनी सेना के लगभग 7 से 8 भारी वाहनों को उनके चेपुजी शिविर से एलएसी के भारतीय हिस्से की ओर आते हुए देखा गया. इसके बाद भारतीय जवानों ने घुसपैठ को रोकने के लिए उचित तैनाती की. भारत की ओर से गाड़ी आता देखकर चीनी वाहनों का काफिला वापस लौट गया.
बता दें कि चीनी सेना ने 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात पूर्वी लद्दाख में उकसावे की कार्रवाई करते हुए पैंगोंग झील के दक्षिण में एकतरफा तरीके से यथास्थिति बदलने की कोशिश की थी. लेकिन भारतीय सैनिकों ने उसे नाकाम कर दिया. इसके बाद कल यानि 31 अगस्त को भी चीनी सेना ने घुसपैठ की कोशिश की.
इसे लेकर विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है. विदेश मंत्रालय ने कहा, ”29 और 30 अगस्त कि रात को चीन पैन्गौन्ग लेक के पास यथा स्थिति बदलने की कोशिश की थी और फिर दोबारा चीन ने 31 अगस्त को एक बार फिर से सीमा पर भारतीय फौज को उकसाने की कोशिश की थी, जबकि दोनों देशों के ग्रुप कमांडरों के बीच बात-चीत चल रही थी.”
गलवान घाटी में 15 जून को हुई झड़प के बाद हाल की ये घटनाएं सामने आई है. गलवान घाटी में हुई झड़प में भारत के 20 सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए थे. इस झड़प में चीन के सैनिक भी मारे गए, लेकिन उसने इस संबंध में अब तक जानकारी साझा नहीं की है. अमेरिका की एक खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ झड़प में चीन के 35 सैनिक मारे गए थे.