इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में आए 6.2 तीव्रता के भूकंप के बाद रविवार को बचावकर्ताओं को घरों और इमारतों के मलबों से और लोगों के शव मिले जिसके बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई. हालांकि, इस बीच सेना के इंजीनियरों ने क्षतिग्रस्त सड़कों को खोल दिया जिससे राहत सामग्री तक पहुंच संभव हो पाई.
राष्ट्रीय आपदा मोचन एजेंसी के प्रवक्ता रादित्य जाति ने कहा कि गुरुवार मध्यरात्रि आए भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित ममूजू शहर और सुलावेसी द्वीप पर माजेने में और भी भारी उपकरणों को पहुंचाया गया. बिजली सप्लाई और फोन कनेक्शन जैसी सुविधाएं भी धीरे-धीरे बहाल हो रही हैं.
जाति ने बताया कि भूकंप के कारण हजारों लोग बेघर हो गए तथा 800 से अधिक लोग घायल हैं. उन्होंने बताया कि घायलों में से आधे लोगों को गंभीर चोटें आई हैं. ममूजू में 47 लोगों की और माजेने में नौ लोगों की मौत हुई है. जाति ने बताया कि माजेने में कम से कम 415 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और करीब पंद्रह हजार लोगों को आश्रय स्थलों में भेजा गया है.
आपदा मोचन एजेंसी की ओर से बताया गया कि लैंडस्लाइड के कारण अवरुद्ध हुआ ममूजू और माजेने को जोड़ने वाला मार्ग सेना के इंजीनियरों ने साफ कर दिया है. क्षतिग्रस्त पुल को भी उन्होंने ठीक कर दिया है. इससे पहले 2018 में पालू शहर में 7.5 तीव्रता का भूकंप और उसके बाद सुनामी आई थी. तब चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.